पिछले साल सात अक्तूबर को गाजा स्थित आतंकी संगठन ने इस्राइल पर पांच हजार रॉकेट दागे, जिसके बाद इस्राइल लगातार गाजा पर जवाबी कार्रवाई कर रहा है। गाजा में मौजूद आतंकी संगठन हमास के ठिकानों को इस्राइली सेना निशाना बना रही है। हालांकि इस्राइल की ताबड़तोड़ जवाबी हमलों को लेकर कई देश इस्राइल की आलोचना कर रहे हैं। इस बीच, गाजा में हताहत लोगों को सहायता पहुंचे वाले समूह भी इस्राइली हमले का शिकार हो गया है। जिसमें तकरीबन सात विदेशी कर्मचारी मारे गए। इस घटना के बाद इस्राइली सेना ने सहायता कर्मियों की मौत पर दुख व्यक्त किया है।
गाजा में लोगों को राहत देने वाले अंतरराष्ट्रीय सहायता समूह ने कहा कि सोमवार देर रात मध्य गाजा में इस्राइली हमले में सात विदेशी कर्मचारी मारे गए, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड और ब्रिटेन के नागरिक शामिल थे। गौरतलब है कि अमेरिका स्थित वर्ल्ड सेंट्रल किचन, जो भूख से पीड़ित लोगों को भोजन मुहैया करती है, ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में इस्राइल रक्षा बलों(आईडीएफ) को दोषी ठहराया है।
आईडीएफ ने जताया दुख, लेकिन नहीं ली जिम्मेदारी
सहायता समूह ने बयान में कहा कि आईडीएफ को पता होने के बावजूद हमारे काफिले पर हमला किया गया है। हमले में तकरीबन सात लोगों की मौत हो गई है। वहीं, इस्राइली मीडिया के मुताबिक, आईडीएफ ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और मामले की गहन जांच की बात कही है। हालांकि आईडीएफ ने इस बात को नहीं स्वीकार है कि वह इस घटना के जिम्मेदार हैं। मारे गए विदेश कर्मचारियों में से एक की पहचान ऑस्ट्रेलियाई लाजावमी फ्रैंककॉम के रूप में हुई है।
इस्राइली राजदूत को ऑस्ट्रेलिया ने किया तलब
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने फ्रैंककॉम की मौत की मौत पर इस्राइली राजदूत को तलब किया है। एंथनी अल्बनीस ने कहा, हम इस मामले पर पूरी जवाबदेही चाहते हैं क्योंकि यह एक ऐसी घटना है जो कभी नहीं होनी चाहिए थी।