ग्वालियर: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को किसान संगठन को दो टूक कहा कि, भीड़ जमा करने से कानून नहीं बदलने वाला। पिछले 85 दिन से किसान लगातार सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं।
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कृषि मंत्री बोले भीड़ जमा करने से नहीं बदलेगा कानून
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान तोमर ने कहा, “सरकार ने कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के 12 दौर की बातचीत कर चुके हैं। लेकिन किसान कानून में कमियां बताने के बजाय तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। भीड़ इकठ्ठा कर लो और बोलो इसे वापस लो ऐसा नहीं होता।”
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प्रावधानों को बदल सकती है सरकार
कृषि मंत्री ने कहा, “किसान संगठन कानून वापस लेने के बजाय इसमें कमियां क्या है वह बताए। सरकार वह सभी कमियां सुधारने और कानून में संशोधन करने के लिए तैयार है। किसान बताए कौनसे प्रावधान है जो किसानों के लिए गलत है, हम उसे बदलने के लिए तैयार है।” उन्होंने कहा, “सरकार आज भी प्रावधानों को बदलने के लिए तैयार है। ”
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दण्डित किये जायेंगे नियम तोड़ने वाले लोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को दंडित किया जाएगा। मुख्यमंत्री के अनुसार, कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में मास्क एकमात्र “ढाल” है। ठाकरे ने कहा, “मास्क पहनें, अनुशासन बनाए रखें और लॉकडाउन से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाये रखने के नियम का पालन करें।” आगेे पढेें
कुंभ मेले पर भी मडरा रहा कोरोना का प्रकोप, इस बार होगा मात्र 28 दिन का ही आयोजन
पिछले कई दिनों से देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक उछाल आया है और उत्तराखण्ड सरकार ने इसी को देखते हुए हरिद्वार में आयोजित होने वाला कुंभ मेले में दो दिन की कटौती कर दी है, अब यह मेला 30 दिन के बजाय 28 दिनों का होगा जो 28 अप्रैल तक चलेगा। सरकार ने यह फैसला साधु संतों से बात करने के बाद लिया है। इस फैसले की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जल्द ही मेले की अधिसूचना जारी की जाएगी। आगे पढें…