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‘घरेलू नीति पर भारी गाजा नरसंहार का मुद्दा’, डेमोक्रेट मेयर ने हमास युद्ध को लेकर बाइडन पर साधा निशाना

हमास और इस्राइल बीते आठ महीने से जंग लड़ रहे हैं। इस्राइल द्वारा हमास को खत्म करने का संकल्प गाजा पट्टी के लोगों पर भारी पड़ रहा है। गाजा में पैदा हुई मानवीय परिस्थितियों को लेकर दुनिया भर के लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। गाजा में इस्राइल द्वारा की जा रही कार्रवाई को नरसंहार बताया जा रहा है। हालांकि, अमेरिका इस बात से इनकार कर चुका है। अब इसी मुद्दे को लेकर दो साल पहले डियरबॉर्न के पहले मुस्लिम मेयर के रूप में चुने गए अब्दुल्ला हम्मूद ने राष्ट्रपति जो बाइडन पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि गाजा में हुआ नरसंहार घरेलू नीति पर भारी पड़ सकता है।

हम्मूद ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘मैं सबसे पहले यह कहना चाहूंगा कि हम डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस में दोबारा निर्वाचित होते नहीं देखना चाहते हैं। मगर लोग प्रेरित होकर आगे आना चाहते हैं।’

डियरबॉर्न की राजनीति पर नजर
बता दें, डियरबॉर्न हेनरी फोर्ड के जन्मस्थान और फोर्ड मोटर कंपनी के मुख्यालय के रूप में प्रसिद्ध डेट्रोइट के उपनगर डियरबॉर्न की जनसंख्या लगभग 110,000 है, जिनमें से 55 प्रतिशत लोग मध्य पूर्वी या उत्तरी अफ्रीकी मूल के हैं। साल 2022 में यहां के मतदाताओं ने बाइडन को भारी समर्थन किया था। इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बाइडन को ही समर्थन मिलेगा। 

इस्राइल पर बाइडन की नीति के विरोध में सुर उठाए
हम्मूद जनवरी में उस समय चर्चाओं में आ गए, जब उन्होंने मुस्लिम वोटों को अपनी ओर करने के लिए बाइडन के चुनावी अभियान में लगे लोगों से मिलने के न्योते को ठुकरा दिया था। उसके बाद उन्होंने एक नया अभियान चलाया, जिससे मिशिगन के डेमोक्रेटिक प्राइमरी में 100,000 से अधिक मतदाताओं ने इस्राइल पर बाइडन की नीति के विरोध में सुर उठाए। इस दौरान ग्रीन पार्टी के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार जिल स्टीन ने उनसे पूछा कि क्या वह उनके कार्यकाल में उप राष्ट्रपति बनेंगे। 

हम्मूद किसका करेंगे समर्थन?
इसपर हम्मूद ने बताया कि यह प्रस्ताव वाकई बहुत विनम्र करने वाला है। बता दें, मेयर हम्मूद अगले मार्च तक 35 वर्ष की आयु प्राप्त करने की संवैधानिक आवश्यकता को पूरा नहीं कर पाएंगे।  उप राष्ट्रपति पद के लिए वह फिलहाल बहुत युवा हैं। इसके अलावा, जब उनके समर्थन के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी उन्हें नहीं पता वह किसे वोट देने वाले हैं। डियरबॉर्न के मेयर ने कहा, ‘फिलहाल किसी भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने मेरा वोट नहीं जीता है।’

लोगों की ये मांगें
दो बच्चों के पिता हम्मूद ने दोनों पार्टियों से आग्रह किया कि वे इस्राइल की कार्रवाइयों के प्रति बढ़ते सार्वजनिक विरोध पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि अगर आप देशभर में उभर रहे सभी मतदान आंकड़ों को देखते हैं तो जिन मुद्दों की हम वकालत कर रहे हैं, जिनके लिए लड़ रहे हैं, वे ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर बड़ी संख्या में लोग बात कर रहे हैं। लोगों की मांग है कि सभी बंधकों और कैदियों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाए। इसके अलावा एक स्थायी युद्धविराम, मानवीय सहायता तक आसानी से पहुंच और इस्राइल को हथियारों की आपूर्ति को समाप्त करने की भी मांग की जा रही है। 

क्या है हमास-इस्राइल युद्ध?
हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइली शहरों पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमले की शुरुआत की थी। इसके बाद हमास के आतंकियों ने इस्राइल में घुसकर लोगों को मौत के घाट उतारा। इसके जवाब में इस्राइल ने हमास आतंकियों के खिलाफ गाजा में ऑपरेशन शुरू किया था। इस ऑपरेशन में गाजा स्थित हमास के ठिकानों पर जबरदस्त बमबारी की गई है, जिससे अधिकतर गाजा खंडहर में तब्दील हो गया है। अब तक इस्राइल और गाजा में कुल मिलाकर 34,622 लोगों की मौत हो चुकी है।

घरेलू नीति…
इस पूरे मामले से पहले हम्मूद जो बाइडन को परिवर्तनकारी राष्ट्रपति मानते थे, लेकिन अब उनका मानना है कि गाजा में हुआ नरसंहार घरेलू नीति पर भारी है। जब यह सवाल पूछा गया कि क्या वह सही हालातों में बाइडन का समर्थन कर सकते हैं, तो हम्मूद ने प्रश्न को नजरअंदाज कर इस बात पर जोर दिया कि कुछ भी हो सकता है। मगर उन लोगों के लिए बहुत देर हो चुकी है, जिन्होंने इस्राइली हमलों में अपने दर्जनों रिश्तेदारों को खो दिया है।

ट्रंप को भी होगा नुकसान
वहीं, मेयर ने यह भी कहा कि उन्हें इस बात में कोई संदेह नहीं है कि ट्रंप, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान यमन के खिलाफ सऊदी अरब को हथियार देने, वेस्ट बैंक में इस्राइली बस्तियों का समर्थन करने और अमेरिकी दूतावास को यरुशलम में स्थानांतरित करने के रिपब्लिकन के उदाहरण का हवाला देते हुए मुस्लिम यात्रा पर प्रतिबंध लगाया था। उनके लिए यह कदम एक बहुत बड़ी आपदा साबित होगी। 

यह पूछे जाने पर कि राष्ट्रपति बाइडन इस आलोचना का जवाब कैसे देंगे, हम्मूद ने कहा, ‘यह सवाल तो उन्हीं से पूछा जाना चाहिए। वह ट्रंप को इस नवंबर में फिर से चुने जाने से रोकने के लिए क्या करेंगे? अमेरिकी लोकतंत्र और हमारे समाज के ताने-बाने को नष्ट होने से बचाने में वह क्या मदद करेंगे?’

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