चीन की सरकार ने यह पुष्टि की है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग 6–7 जुलाई 2025 को ब्राज़ील में होने वाले 17वें BRICS सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। इसके बजाय प्रधानमंत्री ली क़ियांग चीन का प्रतिनिधित्व करेंगे, जैसा कि विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा
यह पहली बार है जब शी जी नपिंग ने BRICS की सालाना बैठक में हिस्सा नहीं लिया। उनका यह फैसला, 2013 से लगातार सम्मेलनों में शामिल होने वाले उनके रिकॉर्ड को तोड़ता है । चीनी अधिकारियों का कहना है कि उनका अनुपस्थित होना उनके कार्यक्रम से तालमेल के मुद्दे से जुड़ा हो सकता है—लेकिन यह कदम कुछ विश्लेषकों द्वारा राजनीतिक प्रतिबिंब या आंतरिक रणनीतिक बदलाव के रूप में भी देखा जा रहा है ।
शी जिनपिंग और ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला के बीच पिछले साल में दो बार मुलाक़ात हो चुकी है—एक G20 समिट में और दूसरी CELAC फोरम में। यह भी प्रचारित है कि इसी कारण दो देशों के बीच हालिया संवाद के बीच अब उनका व्यक्तिगत भागीदार होना आवश्यक नहीं रहा ।
उनकी गैरमौजूदगी से भारत-चीन संबंधों पर भी असर पड़ सकता है। 2023 में कज़ान में मोदी और शी के बीच हुई औपचारिक राहत—जिसके बाद द्विपक्षीय संवाद उभरता दिखा—उस momentum को अब रोक दिया गया है । इस वर्ष MODI-SHI मुलाक़ात की उम्मीद SCO समिट तक स्थगित हो सकती है ।
यह निर्णय अंतरराष्ट्रीय मंच पर BRICS की स्थिरता, चीन की बढ़ती भूमिकाएँ, और राजनीतिक संदेशों को लेकर कई संकेत दे रहा है। अब सम्मेलन में चीन का नेतृत्व प्रधानमंत्री ली क़ियांग करेंगे।