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बस पलटने से 11 हुए घायल तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर से जिला अस्पताल रेफर , बस चालक की लापरवाही से हुआ हादसा————————————-चैतन्य नारायण

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बाराबंकी —— गोंडा हाईवे पर साधारण पुर के पास गोंडा की तरफ जा रही दो रोडवेज बसों के ओवरटेक के चक्कर मे चंदनापुर मोड़ के पास एक बस दस फ़ीट गहरे गड्ढे में पलट गई जबकि दूसरी बस मौके से भाग गई  गाड़ी के कंडक्टर संजीव कुमार ने बताया कि गाड़ी में 32 सवारी थी । हादसा ओवरटेक के चक्कर मे हुआ करीब एक दर्जन सवारियों को हल्की चोट आई हैं 4 लोगो को गंभीर चोटें आईं हैं आसमा पत्नी कासिम थाना तरपगंज गोण्डा ग्राम मधिया पुरवा के सिर में गंभीर चोट है अमरेश कुमार यादव सहायक अध्यापक चंदनापुर 35 वर्ष गंभीर रूप से घायल  हो गए जबकि लाहदेमऊ 50 वर्ष भी गंभीर रूप से घायल हो गए है। सभी घायलों को 108 ने सी एच सी रामनगर पहुचाया । हादसे के बाद बाराबंकी डिपो के इंचार्ज बलराम वाजपेयी घायलो का हाल चाल लेने सी एच सी रामनगर पहुचे उन्होंने बताया कि जो भी सुविधाएं परिवहन विभाग द्वारा मिलती हैं  इन्हें दी जाएंगी  सभी को उनके गंतव्य तक  पहुंचाने की व्यवस्था कर दी गई । घायलो में फैज़ान अहमद , समीम अहमद निवासी लखनऊ, मोहममद रिज़वान पुत्र जुबेर निवासी गोंडा ,अंजू मिश्र पत्नी मोनू मिश्र  बाराबंकी, मुकेश यादव पुत्र राजबक्स  गोंडा, रामानंद पुत्र मीरालाल  सफदरगंज ,अमरेश पुत्र कल्लू  टिकैतनगर, हीना पत्नी समीर  सहादतगंज ,जाबिर पुत्र जलैलूंद्दीन गोंडा, रिया पुत्री मोनू , इमरान पुत्र उस्मान लखनऊ, आसमा पत्नी कासिम  तरबगंज गोंडा, गीता रानी पत्नी वीरेंद्र निवासी लखनऊ का 8 दिसंबर को ट्यूमर का आपरेशन हुआ था इसी ऑपरेशन की जगह ही  चोट लग गई तीन लोगों की स्थिति ज्यादा गंभीर थी जिन्हें तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

बता दें कि अनुबंधित गाड़ियां सवारियों के चक्कर  में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में रफ्तार मानक से ज्यादा बढ़ा देते हैं और तेज रफ्तार में ओवर टेक करने का जोखिम उठाते हैं इसी का परिणाम हुआ कि एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई परिवहन विभाग इनकी गति से बेपरवाह है जिसका खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ता है परिवहन विभाग w t यात्रियों को तो बीच रास्ते में बस रोककर चेक करता है लेकिन बस की गति पर या बस के संचालन पर उसकी नजर नहीं जाती जो कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक अहम सवाल हैं बस चालक स्वयं तो जोखिम उठाता ही है लेकिन बस पर बैठे यात्रियों को भी अनचाहा जोखिम उठाना पड़ता है जिसका परिणाम यह होता है कि कभी-कभी भयानक दुर्घटनाएं घट जाती है घायल यात्रियों का कहना था कि दोनों बसें एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में थी जोकि बीच-बीच में छोटे-छोटे चौराहों पर खड़ी सवारियों को अपने अपने बस में लेने का प्रयत्न करती है जो पहले चौराहे पर पहुंच जाता है सवारियां उस पर चढ़ जाती है इसी कारण बस स्पीड का ध्यान नहीं देती और एक दूसरे को ओवरटेक कर निकलने का जोखिम भरा प्रयास करती है उक्त बस हादसा भी बस चालक की लापरवाही का ही परिणाम है यात्रियों की ऐसी समस्याओं पर देखो प्रशासन की कब नजर जाती है।

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