28 C
Mumbai
Sunday, July 13, 2025

आपका भरोसा ही, हमारी विश्वसनीयता !

बाजार में लौटी रौनक: सेंसेक्स 1000 अंक चढ़ा, निवेशकों में फिर जागी उम्मीद

शुक्रवार को दिखी जबरदस्त तेजी
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और पश्चिम एशिया में तनाव कम होने की संभावना से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई। बीएसई सेंसेक्स 1046.30 अंक यानी 1.29% की बढ़त के साथ 82,408.17 पर बंद हुआ, जबकि कारोबार के दौरान यह 1,132 अंक तक चढ़ा। एनएसई निफ्टी भी 319.15 अंक बढ़कर 25,112.40 पर बंद हुआ। वहीं, रुपया भी डॉलर के मुकाबले 14 पैसे मजबूत होकर 86.59 पर पहुंच गया।

भू-राजनीतिक तनाव में कमी ने दिया सहारा
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने बताया कि ईरान और अमेरिका के बीच संभावित वार्ता की खबरों ने बाजार को सहारा दिया है। इससे सैन्य टकराव की आशंका कम हुई और कच्चे तेल की कीमतों में सुधार आया, जिससे निवेशकों को राहत मिली। इसके साथ ही वोलैटिलिटी इंडेक्स में तेज गिरावट दर्ज की गई। वित्त, ऑटो और रियल एस्टेट सेक्टरों में जोरदार खरीदारी देखी गई, जिससे बाजार को मजबूती मिली।

सेंसेक्स में किन शेयरों ने दिखाई चमक
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से अधिकांश ने हरे निशान पर कारोबार किया। भारती एयरटेल, नेस्ले, महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावर ग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, इटरनल और एचडीएफसी बैंक टॉप गेनर्स रहे। केवल मारुति सुजुकी में गिरावट देखने को मिली।

मिडकैप और स्मॉलकैप भी रहे मजबूत
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1.20% और स्मॉलकैप में 0.55% की तेजी दर्ज की गई। बीएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान पर बंद हुए। सबसे अधिक तेजी टेलीकॉम (2.73%), रियल्टी (2.22%) और टेक (1.42%) सेक्टरों में देखी गई।

वैश्विक बाजारों का मिला समर्थन
एशियाई बाजारों में कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग हरे निशान पर रहे, जबकि जापान और चीन के बाजारों में गिरावट रही। यूरोपीय बाजारों में भी मिड-सेशन में मजबूती देखने को मिली। अमेरिकी बाजार गुरुवार को जूनटीन्थ की छुट्टी के कारण बंद रहे।

एफआईआई की खरीदारी से बाजार में मजबूती
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा के अनुसार, विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार खरीदारी बाजार के लिए सहारा बनी रही। गुरुवार को एफआईआई ने 934.62 करोड़ रुपये और डीआईआई ने 605.97 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

तेल की कीमतों में नरमी
ब्रेंट क्रूड की कीमत 1.93% गिरकर 77.33 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है, जिससे भारत जैसे तेल आयातक देश को राहत मिली है। इससे महंगाई पर भी अंकुश लगने की उम्मीद है।

निष्कर्ष
बाजार में आई यह मजबूती निवेशकों के लिए राहत लेकर आई है। भू-राजनीतिक स्थिरता, तेल की कीमतों में गिरावट और सकारात्मक विदेशी निवेशक धारणा ने बाजार को फिर से ऊंचाई की ओर अग्रसर किया है। आने वाले दिनों में दरों में कटौती और उपभोक्ता मांग में सुधार की उम्मीद से बाजार की दिशा और भी सकारात्मक रह सकती है।

ताजा खबर - (Latest News)

Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here