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बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी हमास पर हमले के बीच, कठिन चुनौती तीन लाख रिजर्व जवानों के सामने

पश्चिमी एशिया में जारी युद्ध पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस्राइल-हमास संघर्ष निर्णायक चरण में प्रवेश कर रहा है। इस्राइली सेना जल्द ही गाजा पर जमीनी हमले की तैयारियों में जुटी है। इसी बीच एक रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइल में बुलेटप्रूफ जैकेट और सैनिकों के लिए सुरक्षात्मक गियर की कमी की बात सामने आई है। सैनिकों को जरूरी सपोर्ट सिस्टम की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

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बुलेटप्रूफ जैकेट बनाने वाली एक इस्राइली कंपनी के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया, बुलेटप्रूफ जैकेट बनाने वाली कंपनियां मौजूदा मांग को पूरा करने में असमर्थ हैं। उत्पादन में शामिल कर्मचारी योव डोटन ने कहा, “फिलहाल इस्राइल पूरी तरह से युद्ध में जुटा हुआ है। पूरा देश युद्ध जीतने के प्रयासों में लगा है। पुरुषों और महिलाओं को आपात स्थिति में सेना में शामिल किया गया है, लेकिन सैनिकों के पास पर्याप्त सुरक्षा पकरण नहीं हैं।” डोटन ने कहा, धीरे-धीरे सैनिकों के लिए जरूरी सुरक्षा उपकरण इस्राइली सेना की सभी इकाइयों तक पहुंच रहे हैं।

उत्पादन में कई कंपनियां शामिल, मांग बहुत अधिक
उन्होंने कहा कि रिजर्व सैनिकों को सैन्य उपकरण की जरूरत है। इसमें बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट है। शहरों की सुरक्षा करने वाले बुनियादी ढांचे की भी जरूरत है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। योव डोटन ने कहा, सुरक्षा उपकरणों की मांग बहुत अधिक है। कई कंपनियां निर्माण और उत्पादन में जुटी हैं, लेकिन मांग अभी भी बहुत ऊंचाई पर है।

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75 साल के बाद इस्राइल के लिए सबसे अहम समय
उन्होंने कहा कि इस्राइल हमास के साथ “अस्तित्व के लिए युद्ध” कर रहा है। सेना “बहुत आगे की राह” बनाने की तैयारी कर रही है। डोटन के अनुसार, “फिलहाल, देश एक बहुत लंबी राह के लिए तैयारी कर रहा है…यह निश्चित रूप से अस्तित्व से जुड़ा है। लड़ाई अपनी यहूदी मातृभूमि पर अधिकार के लिए है…1948 के बाद इस्राइल के लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय है।”

इस्राइल का समर्थन करने के लिए भारत का आभार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस्राइल में लगभग हर नागरिक अपने साथ पूरे परिवार के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट रखता है क्योंकि यह देश अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण हमेशा अपने ‘दुश्मनों’ से घिरा रहता है। डोटन ने यह भी कहा कि इस्राइल को विभिन्न वर्गों से मदद मिल रही है। उन्होंने इस्राइल का समर्थन करने के लिए भारत को धन्यवाद भी दिया।

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तीन लाख रिजर्व सैनिकों का इस्तेमाल क्यों?
इस्राइली सेना ने हमास से युद्ध के लिए तीन लाख रिज़र्व सैनिकों को बुलाया है। प्रत्येक को वह सभी सुरक्षा कवच प्रदान किए गए हैं जो एक सैनिक को मिलते हैं। आईडीएफ के प्रवक्ता, मार्कस शेफ ने बताया कि आईडीएफ ने इस्राइली आबादी की सुरक्षा के लिए रिजर्व सैनिकों की मदद ली है। बता दें कि रिजर्व सैनिकों को हमेशा हथियारों के साथ नहीं रखा जाता है। आपातकालीन हालात में इन्हें खास ऑपरेशन के लिए बुलाया जाता है। ऐसे समय में सेना को अतिरिक्त सैनिकों की जरूरत होती है।

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