Site icon Manvadhikar Abhivyakti News

ब्रिटेन में यहूदी-इस्लाम विरोधी घृणा अपराध बढ़े, विरोध-प्रदर्शन की तैयारी लंदन की सड़कों पर

पश्चिम एशिया में हिंसा की तपिश यूरोप तक पहुंच चुकी है। इस्राइल और हमास के बीच युद्ध 22 दिनों से जारी है। गाजा में इस्राइल डिफेंस फोर्स (IDF) की सैन्य कार्रवाई तेज हो रही है। हिंसा में हजारों लोगों की मौत के बीच यूरोप में घृणा अपराध बढ़ने की खबरें सामने आई हैं। ब्रिटेन में यहूदी समुदाय के विरोध और इस्लामोफोबिक घृणा अपराध बढ़ने की सूचना है। आपराधिक घटना बढ़ने के साथ-साथ लंदन की सड़कों पर विरोध की खबर भी सामने आई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में इस्राइल-हमास संघर्ष तेज होने के बाद से लंदन में विरोध प्रदर्शन की तैयारियां हो रही हैं। स्कॉटलैंड यार्ड शनिवार को लंदन की सड़कों पर एक और विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार हो रहा है।

मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बताया कि उसने इस महीने ब्रिटेन के यहूदी समुदायों के खिलाफ 408 यहूदी विरोधी अपराध दर्ज किए हैं। पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या केवल 28 थी। इस्लामोफोबिक घृणा अपराध अक्टूबर 2022 में 65 थे। इस महीने आंकड़ा लगभग तीन गुना बढ़ चुका है। इस महीने 174 मामले दर्ज किए गए हैं।

पुलिस बल ने इस्राइल-गाजा संघर्ष से जुड़ी 75 गिरफ्तारियां की हैं। आतंकवाद विरोधी अधिकारी आतंकवाद कानूनों के 10 संभावित उल्लंघनों की जांच कर रहे हैं। मेट पुलिस कमांडर काइल गॉर्डन ने इस सप्ताह के अंत में लंदन में प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में कहा, “हम पिछले हफ्ते से ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जहां भी संभव होगा, पुलिस कानून के दायरे में विरोध की अनुमति देगी।”

पुलिस ने बताया कि विभाग के सबसे अनुभवी और जानकार अधिकारी घृणा अपराध की घटनाओं पर काम कर रहे हैं। पलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि हम सभी कानूनों का पूरी तरह से उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने आम लोगों से पुलिस को सूचना देने की अपील करते हुए कहा, किसी भी घृणा अपराध के बारे में निकटतम पुलिस अधिकारी को रिपोर्ट जरूर करें।

उन्होंने कहा, “संभावित अपराधों के किसी भी फुटेज या चित्र की सूचना हमें दी जानी चाहिए। हमारे पास विशेषज्ञ टीमें हैं जिनकी भूमिका अपराध की पहचान करने वाले हजारों सूचनाओं की जांच करना है।” हजारों मेट पुलिस अधिकारी उन लोगों को “आश्वासन देने” के लिए ड्यूटी पर होंगे जो प्रदर्शनों में अपनी आवाज उठाना चाहते हैं। साथ ही पुलिस कानून तोड़ने वाले किसी भी असामाजिक तत्व से “सक्रिय रूप से” निपटेगी। 

मेट पुलिस ने कहा कि वह ब्रिटेन की राजधानी में अन्य लंदनवासियों और व्यवसायों में व्यवधान को कम करने के लिए भी हरसंभव प्रयास करेगा। बता दें कि पिछले विरोध प्रदर्शनों में “जिहाद” के नारे लगने के बाद, सरकारी मंत्रियों द्वारा अस्वीकार्य निंदा की गई थी, मेट पुलिस ने संकेत दिया है कि ऐसे मंत्रों से संबंधित किसी भी गिरफ्तारी का मूल्यांकन मामले-दर-मामले के आधार पर किया जाएगा।

कमांडर गॉर्डन ने कहा, “अगर कोई विशेष रूप से इस्राइल के खिलाफ जिहाद का आह्वान कर रहा है तो अधिकारी हस्तक्षेप करेंगे, जानकारी इकट्ठा करेंगे। कार्रवाई का सबसे अच्छा तरीका क्या है, इसके संबंध में हम सहयोगियों (आतंकवाद से) के साथ काम करेंगे।”

मेट पुलिस ने यूके की सार्वजनिक व्यवस्था अधिनियम की धारा 12 के तहत प्रदर्शनकारियों के गुजरने वाले रास्तों पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। सार्वजनिक व्यवस्था अधिनियम की धारा 14 के तहत एक अलग शर्त लगाई गई है। फलस्तीनी एकजुटता अभियान मार्च में शामिल लोगों को मध्य लंदन के केंसिंग्टन पैलेस गार्डन में इस्राइली दूतावास के बाहरी क्षेत्र में इकट्ठा होने से रोका गया है। पुलिस ने कहा कि विरोध मार्च में शामिल लोगों के साथ-साथ जनता की सुरक्षा के लिए विवरण साझा किए गए हैं। विवरण मार्च के आयोजकों के साथ भी साझा किए गए हैं।

Exit mobile version