एक निवेदन
कुछ दिन बाद दीपावली है , लगभग हर घर में श्री गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्ती नई आएगी। पर पुरानी मूर्ती का क्या होगा?
कुछ लोग तो प्रवाहित करते हैं और कुछ लोग?
अतः उन कुछ लोगों से हाथ जोड़ कर विनती है
कोई भी मूर्ती जिसकी साल भर पूजा करके आपने अपने लिए बहुत कुछ माँगा उसको ऐसे ही किसी पेड़ के नीचे न रख कर आना
साथ ही सभी से निवेदन
घर में एक टब में थोडा गंगा जल डाल कर उसमें मूर्ती रख कर फिर पानी से भर दे।
एक या दो दिन में मूर्ती उसी में घुल जायेगी।
फिर उस मूर्ती घुले जल को किसी गमले या पेड़ की जड़ में डाल सकते हैं ।
एक प्रयास भगवानों की मूर्ती के उचित सम्मान के साथ विसर्जन के साथ ही साथ नदियों की स्वच्छता की ओर
नोट- यदि विचार से सहमत हो तो प्रतिक्रिया अवश्य दें और यदि किसी की भावना आहत हुई हो तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूँ।