लखनऊ: बसपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आगामी विधानसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ने का एलान किया है। कांशीराम के जन्मदिन पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता में मायावती ने कहा कि पार्टी इस बार किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। मायावती ने कहा है कि बसपा ही एक मात्र पार्टी है जो कांशीराम के उद्देश्य को आगे लेकर बढ़ रही है।
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कृषि कानून वापस ले सरकार
पत्रकार वार्ता में मायावती ने कहा कि देश के कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं, हमारी पार्टी केरल, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी और तमिलनाडु में चुनाव अकेले अपने बलबूते पर लड़ रही है। हमारी पार्टी इन चार राज्यों में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।” मायावती ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जब देश के किसान केंद्र सरकार के कृषि कानूनों से सहमत नहीं हैं तो केंद्र सरकार को कानूनों को वापस लेना चाहिए। जिन किसानों की इस आंदोलन में मृत्यु हुई है उनके परिवारों को केंद्र और राज्य सरकारों को उचित आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देनी चाहिए।”
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गठबंधन से हॉट है नुक्सान
मायावती ने गठबंधन को लेकर कहा है कि जब हम गठबंधन करते हैं तो हमें नुकसान होता है। हमारा वोट किसी और के पास चला जाता है। लेकिन,दूसरी पार्टियों का वोट हमें नहीं मिलता है। इसलिए यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर बीएसपी अकेले चुनाव लड़ेगी। गौरतलब है कि बीते लोकसभा चुनाव में मायवती ने अखिलेश यादव की अगुवाई वाली समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था।
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