अजरबैजान की राजधानी बाकू में सोमवार को पुलिस ने रूसी सरकार द्वारा वित्तपोषित समाचार एजेंसी स्पुतनिक के कार्यालयों की तलाशी ली। यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है, जब पिछले हफ्ते रूसी शहर येकातेरिनबर्ग में दो अजरबैजानी नागरिकों की मौत हो गई, जिससे दोनों देशों के संबंधों में तनाव आ गया। स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी।
अजरबैजानी गृह मंत्रालय ने कहा कि फरवरी 2025 में स्पुतनिक का आधिकारिक लाइसेंस रद्द हो गया था। इसके बावजूद यह कथित तौर पर अवैध वित्तपोषण के जरिए देश में काम करता रहा। छापेमारी के दौरान गिरफ्तारियां भी हुईं हैं। हालांकि, इसका विवरण नहीं दिया गया है। अजरबैजान के मीडिया में दो मास्क पहने पुलिसकर्मियों को दो लोगों को ले जाते हुए दिखाया गया है।
सरकारी स्वामित्व वाली स्पुतनिक की सहयोगी संस्था रिया नोवोस्ती के मुताबिक, जिन लोगों को पकड़ा गया उनमें स्पुतनिक अजरबैजान के संपादक येवगेनी बेलोसोव और इसके निदेशक इगोर कार्टाविख शामिल हैं।
वहीं, रूसी मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने बताया कि उनके देश के विदेश मंत्रालय ने मॉस्को में अजरबैजान के राजदूत रहमान मुस्तफायेव को तलब किया और रूसी पत्रकारों की ‘अवैध हिरासत’ की जानकारी दी गई।
रूस के येकातेरिनबर्ग शहर में रूसी पुलिस ने अजरबैजानी समुदाय के लोगों के घरों पर छापेमारी की थी। इसके बाद अजरबैजानी सरकार ने इसकी कड़ी निंदा की थी। फिर बाकू में रूस की इस समाचार एजेंसी के कार्यालयों की तलाशी ली गई। अजरबैजान के अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान दो भाई जियाद्दिन और हुसैन सफारोव मारे गए थे और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। नौ लोगों को हिरासत में लिया गया था। इन दो मृतकों में से एक रूसी नागरिक था और दूसरा दोनों रूसी और अजरबैजानी नागरिकता रखता था। उनके शव सोमवार को अजरबैजान लौटाए जा रहे थे।
मृतकों के परिवार के सदस्य हुसैनी ने कहा, ये छापेमारी रूस की ओर से प्रवासियों के खिलाफ अमानवीय, बर्बर कार्रवाई और धमकी का जवाब देने का तरीका थी। वहीं, अजरबैजान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस मामले की जांच होगी और हिंसा के सभी दोषियों को जल्द न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा। रूस की जांच समिति ने सोमवार को कहा कि एक मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई, जबकि दूसरी मौत के बारे में जांच की जाएगी।