हमास ने बुधवार को बताया कि वह गाज़ा में युद्ध को समाप्त करने वाले समझौते के लिए तैयार है, लेकिन फिर भी यह स्पष्ट कर दिया कि केवल तभी किसी प्रस्ताव को स्वीकार किया जाएगा जब उसकी शर्तों में युद्ध का पूरा अंत और इज़राइली सैनिकों का हटना सुनिश्चित हो।
यह प्रतिक्रिया एक ऐसे प्रस्ताव पर आई है जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने “अंतिम” कहा है और यह 60 दिनों के युद्धविराम, बंदियों की रिहाई तथा मानवीय सहायता जारी रखने का ढांचा प्रस्तुत करता है। हमास ने शीघ्र होने वाली बातचीत में मिस्र और कतर द्वारा दिए गए इस प्रस्ताव का गहराई से अध्ययन करने की बात कही, लेकिन केवल तब मान्यता दी जब युद्ध स्थायी रूप से रोका जाए ।
इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने जवाब में कहा कि युद्ध के बाद गाज़ा में हमास की कोई जगह नहीं होगी। उनका यह बयान इस बात को दोहराता है कि उनका लक्ष्य समूह का पूरी तरह खात्मा करना है, न कि किसी मूल्य पर समझौता करना ।
यू.एस.-मध्यस्थित प्रस्ताव में अधिकतर समझौतों के बीच बंदियों की रिहाई और स्वीकार्य संरचनाओं के साथ युद्ध को पूरी तरह समाप्त करने की प्रकिया शामिल है। लेकिन इज़राइल द्वारा हमास को छोड़ना, हथियार छोड़ने और गाज़ा से बाहर चले जाने की मांग से अभी समझौते के रास्ते में ठोस मतभेद दिख रहे हैं ।
इस बीच, गाज़ा में चल रहे हमलों से होने वाली नागरिक हानि जारी है और मानवीय स्थिति तेजी से बिगड़ रही है। दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थों से बातचीत के बावजूद दीर्घकालिक शांति की राह अभी धुंधली बनी हुई है ।