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आश्चर्य की कोई बात नहीं है कि अमेरिका, हस्तक्षेप दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में करता हैः चीन

अमरीकी वरिष्ठ पूर्व अधिकारी द्वारा अन्य देशों में अमरीकी हस्तक्षेप की स्वीकारोक्ति को लेकर चीन का कहना है कि यह कोई ताअज्जुब की बात नहीं है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबीन ने बताया है कि अमरीका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जाॅन बोल्टन ने यह बात स्वीकार की है कि उनके कार्यकाल में कई देशों के विरुद्ध विद्रोह का कार्यक्रम उनके पास था।

बोल्टन ने सीएनएन को दिये साक्षात्कार में यह बात स्वीकार की है कि विश्व के बहुत से देशों में विद्रोह कराने में उन्होंने मदद की है।  उनका यह भी कहना था कि इस संबन्ध में उन्होंने बहुत प्रयास किये हैं।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि यह बात, अन्य देशों के साथ अमरीका के व्यवहार को दर्शाती है।  उन्होंने कहा कि अपनी नापसंद सरकारों को गिराना अब अमरीका का एक उसूल बन गया है।  उनका कहना था कि इसका विश्व स्तर पर विरोध किया जाना चाहिए।

ज्ञात रहे कि अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समय में इस देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर आसीन रहे जाॅन बोल्टन ने अपने कार्यकाल में विश्व के कई देशों विशेषकर पश्चिमी एशिया और लैटिन अमरीका के देशों के विरुद्ध कई बार हस्तक्षेपपूर्ण कार्यवाहियां अंजाम दीं।

बोल्टन ने ईरान और उत्तरी कोरिया के विरुद्ध अमरीकी की सैन्य कार्यवाही का खुलकर समर्थन किया था।  इसी प्रकार से वे इराक़ पर अमरीका के सैन्य आक्रमण के प्रबल समर्थक रहे हैं।  जाॅन बोल्टन के कार्यकाल में ही ईरान तथा लैटिन अमरीकी देशों के विरुद्ध अधिक दबाव की नीति निर्धारित की गई थी।  इसी दौरान ईरान के अतिरिक्त वेनेज़ोएला, क्यूबा तथा बुलीविया के विरुद्ध दबाव बढाने का काम तेज़ कर दिया गया।

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