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इस्राईली के लिए सब बड़ा खतरा क्या है? बताया नेतेन्याहू ने … इस्राईल के खिलाफ अगला युद्ध कैसा होगा? इस्राईली समाचार पत्र की दिलचस्प रिपोर्ट

इस्राईली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतेन्याहू ने कहा है कि फिलिस्तीन के ड्रोन विमान, हमारे लिए नया खतरा हैं।

विदेश – उन्होंने बताया कि इन ड्रोन विमानों से मुक़ाबले के लिए नयी तकनीक तैयार करने का आदेश दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले हफ्ते गज़्ज़ा से एक ड्रोन विमान ने इस्राईल में घुसने का प्रयास किया किया था जिसे नाकाम बना दिया गया इस लिए इस खतरे से निपटने के लिए नयी तकनीक तैयार की जा रही है।

इस्राईली प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे विचार में हम इस क्षेत्र में बड़ी सफलता प्राप्त कर सकते हैं जैसा कि हमने आयरन डोम सुरक्षा कवच के बारे में सफलता प्राप्त की है और उनके कथनानुसार हम रक्षा के मामले में पूरी दुनिया में नंबर वन हैं। याद रहे इस्राईली सेना ने शनिवार की रात कहा था कि उसने गज़्ज़ा पट्टी से आने वाले एक ड्रोन विमान को मार गिराया है।

इस्राईली सेना ने इस ड्रोन विमान का ब्योरा नहीं दिया जबकि फिलिस्तीनी संगठनों पर इस पूरे बयान पर ध्यान ही नहीं दिया लेकिन पिछले हफ्तों में इस तरह की घटनाएं कई बार घट चुकी हैं।

अक्तूबर के आरंभ में इस्राईली सेना ने दो बार बताया था कि गज़्ज़ा पट्टी से आने वाले दो ड्रोन विमानों को मार गिराया गया है। सन 2004 में गज़्ज़ा पट्टी पर इस्राईली हमले के दौरान हमास की सैनिक शाखा “इज़्ज़ुद्दीन क़स्साम” ने बताया था कि उसने पहली बार ” अबाबील ” ड्रोन विमानों को इस्राईल भेजा है। इस विमान को हमास के इंजीनियरों ने बनाया है।

इसी संदर्भ में इस्राईली समाचार पत्र ” यदीऊत अहरोनोत” ने लिखा है कि ड्रोन विमान, भयानक सपना हैं जिससे इस्राईल बेहद डरा हुआ है यहां तक कि इस्राईली सैनिकों को बार बार आसमान देखने की तकनीक सिखायी गयी है, यह युद्ध का नया रूप है।

इस इस्राईली समाचार पत्र ने लिखा है कि कुछ साल पहले तक जो विमान खिलौना थे आज वह भयानक हथियार बन गये हैं जिनसे हालात पूरी तरह से बदल जाते हैं जब कि खोजी विमानों की क्रांति अभी आरंभ हुई है।

इस्राईली समाचार पत्र ” यदीऊत अहरोनोत” ने लिखा है कि इस्राईल पर कई खोजी विमानों के हमले के बाद इस्राईल में सैन्य व तकनीकी कंपनियों को हिज़्बुल्लाह और हमास की ओर से संभावित ड्रोन हमले से बचाव की तकनीक खोजने पर मजबूर होना पड़ा। अखबार ने लिखा है कि सैंकड़ों ड्रोन विमान एक साथ हमला करेंगे तो हालात बहुत ही भयानक होंगे।

इस्राईली समाचार पत्र ” यदीऊत अहरोनोत” ने इसके लिए चीन को ज़िम्मेदार बताया है क्योंकि इसराईल के सैन्य सूत्रों के अनुसार दुनिया में ड्रोन विमानों के बाज़ार के 70 प्रतिशत भाग पर चीन की ” डीजेआई” कंपनी का क़ब्ज़ा है और यही कंपनी पूरी दुनिया में ड्रोन विमानों के फैलने की ज़िम्मेदार है। इस्राईली अखबार के अनुसार, इस्राईली सुरक्षा एजेन्सियों ने बतया है कि फिलिस्तीनी संगठन, हमास छोटी सी वायुसेना बनाने के प्रयास में है और वह ड्रोन विमानों का प्रयोग भी कर रहा है। जिसकी एक झलक हमास के उस एनीमेशन में मिलती है जिसमें दिखाया गया है कि किस प्रकार से ड्रोन विमान, इस्राईली टैंकों और वाहनों पर बम बरसा रहे हैं। अखबार ने आशंका प्रकट की है कि लेबनान के साथ आगामी युद्ध में बड़े पैमाने पर ड्रोन विमानों का प्रयोग होगा।

इसके साथ ही अखबार ने लिखा है कि इस्राईली सेना  ने हमास के पास मौजूद  मिसाइलों से भी चिंता प्रकट की है और जैसा कि हिब्रू वेबसाइट 0404 ने लिखा है कि यह भारी मिसाइल पूरी सटीकता के साथ निशाना लगाते हैं और इसे ईरानी विशेषज्ञों की मदद से तैयार किया गया है और अगर हमास के साथ युद्ध होता है तो हमास इस्राईल के खिलाफ इन मिसाइलों को ज़रूर इस्तेमाल करेगा।

याद रहे एसी हालत में कि जब नेतेन्याहू इस्राईली सेना के लिए ” ड्रोन विमानों के खतरे ” की बात कर रहे हैं, ईरान की थल सेना के प्रमुख जनरल क्यूमर्स हैदरी ने एलान किया है कि थल सेना के विशेषज्ञ, ” ड्रोन विमान ” बनाने में आत्मनिर्भर हो चुके हैं और खतरों के हिसाब से ड्रोन विमान तैयार किये जा रहे हैं।

सौ. पार्सटूडे व साभार, रायुलयौम, लंदन

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