उत्तरी अमेरिका के क्यूबा में नेशनल पावर ग्रिड की विफलता के कारण शुक्रवार को देश को ब्लैकआउट (अंधेरे) का सामना करना पड़ा। सरकार ने पहले ही स्कूलो और गैर-आवश्यक उद्योगों को बंद कर दिया था। गंभीर बिजली की कमी को देखते हुए अधिकांश राज्य कर्मचारियों को उनके घर भेज दिया गया था। ऊर्जा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि पावर ग्रिड 11:00 बजे ढह गया। हालांकि, अभी तक अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि बिजली संयंत्रों की विफलता का कारण क्या है। बिजली की कमी क कारण पहले ही अधिकारियों को महत्वपूर्ण सरकारी सेवाओं को रद्द करने के निर्देश दिए गए थे।
क्यूबा के राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल ने एक्स पर कहा, “जब तक (बिजली) बहाल नहीं हो जाती, तब तक कोई आराम नहीं होगा।” बता दें कि क्यूबा पहले से ही भोजन, ईंधन और पानी की कमी से जूझ रहा है। नाइट क्लबों को भी बंद रखने का आदेश दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि दोपहर के बाद से उन्होंने बिजली बहाल करने के लिए उचित कदम उठाना शुरू कर दिया था, लेकिन फिलहाल इस प्रक्रिया में समय लगेगा। राजधानी हवाना में शुक्रवार को लगभग सभी कारोबार ठप रहा। स्थानीय निवासियों के साथ पर्यटक भी परेशान दिखे। ब्राजील के एक पर्यटक कार्लोस रॉबर्टो जूलियो ने कहा, “हम रेस्ट्रां गए, लेकिन वहां खाना नहीं था। बिजली न होने के कारण हम बिना इंटरनेट के घूम रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मैनुएल मारेरो ने गुरुवार को क्यूबा में बिजली विफलता के लिए ईंधन की कमी, बिगड़ते बुनियादी ढांचे और बढ़ती मांग को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आगे कहा, “ईंधन की कमी सबसे बड़ा कारण है।” क्यूबा के सबसे बड़े तेल आपूर्तिकर्ता, वेनेजुएला ने वर्ष के पहले नौ महीनों में शिपमेंट को घटाकर औसतन 32,600 बैरल प्रति दिन कर दिया है। यह 2023 में भेजे गए 60,000 बैरल प्रति दिन का लगभग आधा है। इके अलावा रूस और मैक्सिको ने भी क्यूबा में अपने शिपमेंट को बहुत कम कर दिया है।