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एयरस्ट्राइक के दौरान हवा में ईंधन भरने से लेकर सटीक जगहों पर हमले तक; कैसे इस्राइल ने हिजबुल्ला को घेरा

हमास और इस्राइल बीते 10 महीने से जंग लड़ रहे हैं। वहीं, अब इस्राइल और लेबनान के हिजबुल्ला के बीच भी तनाव बढ़ गया है। इस्राइल ने रविवार को हिजबुल्ला के ठिकानों पर कई सटीक हवाई हमले किए। इसे इस्राइली अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर हमला बताया। बता दें, स्थानीय समयानुसार सुबह पांच बजे शुरू हुए ये हमले इस्राइल की उत्तरी सीमा पर हिजबुल्ला के बढ़ते खतरे को बेअसर करने के सैन्य अभियान का हिस्सा थे। आइए जानते हैं कैसे हमलों को दिया गया अंजाम। 

इस्राइली रक्षा बलों ने (आईडीएफ) ने एक अभियान की वीडियो जारी की है। वीडियो में देखा जा सकता है कि बीच उड़ान में ईंधन भरा गया। लगातार हमले किए गए। साथ ही सेना ने कहा, ‘लेबनान में आंतकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना हमारे अभियान का लक्ष्य था, जिसे हिजबुल्ला हमारे खिलाफ इस्तेमाल करने की योजना बना रहा था। इस्राइली  परिवारों और घरों की रक्षा करने के लिए हमला किया।’

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने मंत्रिमंडल को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि सैन्य कार्रवाई अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ‘हम अचानक से हिजबुल्ला को खत्म करने के लिए हमला कर रहे हैं। यह उत्तर में स्थिति को बदलने और हमारे निवासियों को सुरक्षित रूप से उनके घरों में लौटने की दिशा में एक और कदम है। मैं दोहराना चाहूंगा कि यह अंतिम शब्द नहीं है।’

रॉकेट और ड्रोनों को किया नष्ट
सेना ने हजारों छोटी दूरी के रॉकेटों को नष्ट कर दिया था। इन रॉकेटों से गैलील क्षेत्र में नागरिकों और बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही थे। इसे देखते हुए पीएम नेतन्याहू ने अभियान को सफल बताया। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि आईडीएफ ने हिजबुल्ला द्वारा मध्य इजराइल में रणनीतिक लक्ष्य पर दागे गए सभी ड्रोनों को नष्ट कर दिया है, जिसके बारे में इस्राइली मीडिया ने बताया कि वह उसकी जासूसी एजेंसी मोसाद का मुख्यालय है।

दक्षिणी लेबनान में हजारों हिजबुल्ला मिसाइल लांचरों को निशाना बनाकर किए गए इस हमले में 100 से अधिक इस्राइली युद्धक विमानों ने हिस्सा लिया। ये हमले इस्राइली अधिकारियों द्वारा बताई गई सटीक खुफिया जानकारी पर आधारित थे, जो यह संकेत देते थे कि हिजबुल्ला उत्तरी इस्राइल पर बड़े पैमाने पर मिसाइल हमला करने की फिराक में था, साथ ही प्रमुख खुफिया केंद्रों पर ड्रोन हमले भी करने वाला था।

कहां कितनी मौत?
हमले के तुरंत बाद इस्राइल ने 48 घंटे की आपात स्थिति घोषित की और अपने मुख्य हवाई अड्डे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, जिससे कई उड़ानें रद्द हो गईं। हिजबुल्ला ने भी जवाबी हमले किए। उसने इस्राइल में 300 से अधिक रॉकेट दागे। हालांकि, ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। इस्राइली अधिकारियों ने बताया कि मलबे गिरने से एक सैनिक की मौत हो गई, जबकि लेबनान में तीन लोगों की मौत हो गई।

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