Home उत्तरप्रदेश किसान आंदोलन – हुज़ूर राहों में मत बिछाओ कांटे, किसान ने तो कमल को थे वोट बांटे, अपने रूख पर यूँ ही कायम रहना, जल्द ही देगी जनता बे हिसाब….

किसान आंदोलन – हुज़ूर राहों में मत बिछाओ कांटे, किसान ने तो कमल को थे वोट बांटे, अपने रूख पर यूँ ही कायम रहना, जल्द ही देगी जनता बे हिसाब….

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किसान आंदोलन – हुज़ूर राहों में मत बिछाओ कांटे, किसान ने तो कमल को थे वोट बांटे, अपने रूख पर यूँ ही कायम रहना, जल्द ही देगी जनता बे हिसाब….

किसान आंदोलन को कील और कांटो की सौगात !!

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नई दिल्ली: किसान आंदोलन के चलते 26 जनवरी को लाल किले की घटना के बाद दिल्ली के हर बॉर्डर पर पुलिस बंदोबस्त बढ़ाया गया है. किसान ट्रैक्टर या अन्य वाहन लेकर दिल्ली में दाखिल नहीं हो पाए इसके लिए कड़े से कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं. जवानों के साथ बेरिकेड की संख्या भी बढ़ाई गई, रास्ता रोकने के लिए बसों से रोड को ब्लॉक किया गया है. किसानों को पैदल चलने से रोकने के लिए कटीले तार बिछाये गए हैं. और अब सड़कों पर नुकेले कील तक लगाई गई हैं ताकि ट्रैक्टर दिल्ली में दाखिल न हो पाएं.

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संजय राउत आज पहुंचेंगे टिकरी बॉर्डर
टिकरी बॉर्डर पर हरियाणा और पंजाब के ज़्यादा किसान हैं. टिकरी सीमा पर दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवानों की तैनाती की गई है. विभिन्न राजनीतिक दलों ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है. शिवसेना सांसद संजय राउत मंगलवार को दोपहर एक बजे गाजीपुर बॉर्डर जाएंगे. वह प्रदर्शकारी किसानों से मुलाकात करेंगे. राउत ने मंगलवार सुबह ट्वीट करके यह जानकारी दी. गाजीपुर बॉर्डर किसान आंदोलन का नया केंद्र बन रहा है. किसान संगठन आंदोलन को तेज करने के प्रयास में जुट गए हैं. किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक देशभर में चक्का जाम करने का ऐलान किया.

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पुलिस ने तैयार कीं स्टील लाठियां
दिल्‍ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, उपद्रवियों का सामना करने के लिए पुलिस ने स्टील लाठियां तैयार की हैं. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि जो स्टील लाठी की तस्वीर सामने आयी है वो शाहदरा जिले की है. वो लोकल ऑफिसर ने अपने स्तर पर ये लाठियां मंगाई थीं. इसके लिए सीनियर अफसरों से कोई अप्रूवल नहीं लिया गया था. सीनियर अफसरों को जैसे ही पता चला तुरंत लाठियां वापस भेज दी गईं. दिल्ली पुलिस की स्टील लाठी के प्रयोग की कोई योजना नहीं है.

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