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कोरोना अपडेट – भारत में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या 6237 हुई, 184 मौतें

नई दिल्ली – देश में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए हॉटस्पॉट रणनीति के तहत तमाम क्षेत्रों को सील कर दिया गया है।

जबकि covid19.india.org के मुताबिक कोरोना मरीजों की संख्या आज सायं 5:00 बजे तक बढ़कर 6237 हो गई है जबकि मरने वालों की संख्या 184 तक पहुंच गई है। मरीजों की संख्या कल रात से 321 बढ़ गई जबकि पांच लोगों की मौत हो गई। अभी देश में 5484 एक्टिव केस हैं जबकि 569 मरीज ठीक हो चुके हैं।

राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र 1297 केसों के साथ सबसे चिंताजनक बना हुआ है। यहां 72 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं ठाणे में भी संक्रमितों की संख्या 93 हो गयी, दूसरी ओर, स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर राज्यों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अब तक 5732 लोग संक्रमित हुए और 166 लोगों की मौत हुई।

covid19.india.org के मुताबिक कल शाम तक 184 लोगों की मौत हो चुकी थी। जबकि कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 6237 हैं। जिसमें से एक्टिव केस अभी 5484 हैं। ठीक अथवा अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले लोगों की संख्या 569 है।

इसके विपरीत स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबक बुधवार तक कोविड-19से संक्रमित मरीजों की संख्या 5,194 हो गई है। वहीं,एक दिन में अब तक की सबसे ज्यादा मौतें इस वायरस की वजह से हुई है। मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटे में 32 लोगों ने जान गंवाई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 149 हो गई है। बुधवार को एक प्रेस कॉन्फेंस में मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि अस्पतालों में संक्रमण से बचने पर ध्यान दिया जा रहा है और इसे रोकने के उपायों का पालन किया जा रहा है, ताकि स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित न हो।

उन्होंने कहा कि देश ही नहीं दुनिया के आगे, यह एक कठिन चुनौती है. इस बीमारी के साथ समस्या है कि कई मामलों में गैर लक्षण वाले लोग भी इस बीमारी के वाहक बन रहे हैं, लॉकडाउन का पालन करना जरूरी है। लव अग्रवाल ने कहा कि हम कोविड-19 को देशव्यापी लेवल पर मॉनीटर करना चाहते हैं। उसके तहत मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कोविड-19 मैनेजमेंट के लिए एक ट्रेनिंग मॉड्यूल लॉन्च किया है जिसका नाम है इंटीग्रेटेड गवर्नमेंट ऑनलाइन ट्रेनिंग पोर्टल।

ये पोर्टल दीक्षा प्लेटफॉर्म से संबंधित है। इस प्लेटफॉर्म के द्वारा डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स और साथ ही राज्य के अधिकारी गण, सिविल डिफेंस अधिकारी,एसीसी,एनएसएस और रेड क्रॉस सोसायटी के स्वयंसेवकों को और फ्रंटलाइन वर्कर्स को जरूरी संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे।

साभार ई.खबर

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