रिपोर्ट – राम प्रकाश निगम
एक देश एक भाषा पर कमल हासन ने किया बड़ा हमला। उनका कहना है कि 1950 में ‘अनेकता में एकता’ के वादे के साथ भारत गणतंत्र देश बना। यदि भाषा को लेकर कुछ हआ तो जल्लीकट्टू से भी बड़ा आंदोलन होगा।
देश – अभिनेता से बने नेता कमल हासन भी कूद गए, ‘एक देश एक भाषा’ को लेकर उठे विवाद में । सोमवार को एक राष्ट्र, एक भाषा के खिलाफ तल्ख बयान देते हुए उन्होंने कहा कि भारत 1950 में ‘अनेकता में एकता’ के वादे के साथ गणतंत्र बना। कोई शाह, सुल्तान या सम्राट उस वादे के खिलाफ नहीं जा या तोड़ सकता। हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं लेकिन हमारी मातृ भाषा हमेशा तमिल रहेगी।
मक्कल निधि मय्यम पार्टी के अध्यक्ष ने आज जारी एक वीडियो में कहा कि एक और भाषा आंदोलन होगा और इस बार यह जल्लीकट्टू विरोध प्रदर्शनों की तुलना में बहुत बड़ा होगा। हासन ने कहा, ‘जल्लीकट्टू सिर्फ एक विरोध था। हमारी भाषा के लिए लड़ाई उसकी तुलना में बड़ी होगी। भारत या तमिलनाडु को इस तरह की लड़ाई की जरूरत नहीं है।’