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जागी इस्लामाबाद पुलिस जब तोड़े गए 21 चर्च; अल्पसंख्यक पूजा स्थलों सुरक्षा के लिए बनाई खास टीम

पाकिस्तान में धर्म के नाम पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार कोई नई बात नहीं है। यहां अक्सर ईशनिंदा के नाम पर हिंसा जैसे मामले सामने आते रहते हैं। बुधवार को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के फैजलाबाद शहर में जरानवाला इलाके में भीड़ द्वारा कई चर्च को तोड़ने के बाद इस्लामाबाद पुलिस ने गुरुवार को बड़ा कदम उठाया है। इस्लामाबाद पुलिस ने इस संदर्भ में राष्ट्रीय राजधानी में अल्पसंख्यक पूजा स्थलों और समुदायों की सुरक्षा के लिए 70 सदस्यों की एक विशेष टीम का गठन किया है। 

इस्लामाबाद पुलिस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में बताया कि सत्तर जवानों (पुलिसकर्मियों) को अल्पसंख्यक सुरक्षा इकाई में तैनात किया गया है। इसमें यह भी बताया गया है कि सभी जिला पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्रों में अल्पसंख्यक पूजा स्थलों और समुदायों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होंगे।

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सिफारिशों के अनुसार बनाई  गई यह इकाई एसएसपी संचालन की देखरेख में अपने कर्तव्यों का पालन करेगी। इसके साथ ही प्रत्येक मंडल स्तर पर अल्पसंख्यक समितियों के साथ संपर्क मजबूत किया जाएगा। पुलिस ने आगे बताया कि यूनिट पुलिसकर्मियों को अल्पसंख्यक सुरक्षा यूनिट के लिए हाल ही में हुई भर्ती से भी चुना गया है।

बुधवार को फैसलाबाद में हुई थी व्यापक हिंसा
बता दें कि इस्लामाबाद पुलिस ने यह कदम तब उठाया है जब पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर से 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद जिले के जरनवाला में ईशनिंदा के आरोप में गुस्साई भीड़ ने बुधवार 16 अगस्त को 21 चर्च और ईसाइयों के कई घरों में तोड़फोड़ और आग लगा दी थी। 

इतना ही नहीं, एक ईसाई कब्रिस्तान और स्थानीय सहायक आयुक्त के कार्यालय में भी तोड़फोड़ की गई थी। गुरुवार को इलाके में हिंसा को कम करने के लिए जरनवाला इलाके में पुलिस ने कर्फ्यू लगा दिया है। जिसके बाद इलाके में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा जरनवाला में आज भी सभी शैक्षणिक संस्थान, व्यापारिक केंद्र और बाजार बंद रहे।

135 लोग गिरफ्तार
साथ ही हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए कट्टरपंथी इस्लामवादियों तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के कार्यकर्ताओं सहित 135 से अधिक संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि कल हुई हिंसा के बाद प्रभावित इलाके में 3000 पुलिसकर्मी और पाकिस्तान रेंजर्स की दो कंपनियों को तैनात किया गया है। इलाके में अभी भी तनाव व्याप्त है। 

कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवारुल हक काकर ने दिए जांच समिति बनाने के आदेश 
इस बीच, कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवारुल हक काकर द्वारा जारी आदेशों के अनुरूप, पंजाब सरकार ने घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति बनाने के निर्देश जारी किए हैं।

पाकिस्तान में हैं इतने ईसाई
पाकिस्तान में ईसाइयों और हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों पर अक्सर ईशनिंदा के आरोप लगाए गए हैं और कुछ पर ईशनिंदा के तहत मुकदमा चलाया गया और उन्हें सजा भी दी गई। पिछले साल जून में सेंटर फॉर पीस एंड जस्टिस पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय डेटाबेस और पंजीकरण प्राधिकरण से एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर, पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के 22,10,566 लोग रहते हैं, इसके बाद 18,73,348 ईसाई रहते हैं।

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