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नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती २०१८, १२१वीं जयंती पर उनको शत् – शत् नमन् । —— रवि निगम

(Netaji Subhash Chandra Bose Jayanti 2018)

सुभाष चंद्र बोस हमारे भारत देश के एक महान राष्ट्रवादी और प्रसिद्ध नेता थे इसलिए उनका नाम नेताजी पड़ा| उनका जन्म 23 जनवरी 1897 को बंगाली कायस्थ परिवार में बंगाल प्रांत के कटक, उड़ीसा में हुआ था। ऐसा माना जाता है की जब वे सिर्फ 48 साल के थे, तब 18 अगस्त 1945 में उनका निधन हो गया था । उनकी मां का नाम श्रीमती प्रभाती देवी था और पिता का नाम श्री जानकीनाथ बोस था। उनके पिता एक वकील थे। वह चौदह भाई-बहनों के बीच अपने माता-पिता की नौंवी संतान थी।  भारत की स्वतन्त्रता पर नेताजी का प्रभाव अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है|

आजादी की लड़ाई के दौरान सुभाष चंद्र बोस जी ने ‘आजाद हिंद फौज’ का गठन किया और ‘भारतीय राष्ट्रीय सेना’ का नेतृत्व किया। उन्होंने महात्मा गांधी द्वारा अपनाये हुए अहिंसक दृष्टिकोण के विरोध में एक क्रांतिकारी तरीके की वकालत की थी। उनका मानना था की अहिंसक तरीके से अंग्रेज हम पर और हावी होते जाएंगे| वो कांग्रेस के गरम दल के नेता थे, यही नहीं कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में से रहे व अध्यक्ष की भूमिका का भी निर्वहन किया , यही मुख्य कारण की वजह से उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी ‘ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना की थी। वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक थे। उन्होंने जनता के बीच राष्ट्रीय एकता, बलिदान और सांप्रदायिक सौहार्द की भावना को फैलाने का काम किया था |

– मानवाधिकार अभिव्यक्ति

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