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महराष्ट्र, भाजपा और शिवसेना अपनी अपनी मांगों पर अड़ी, किस करवट बैठेगा ऊंट ?

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच जारी विवाद समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है।

मुम्बई – प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना के इस दावे को नकार दिया है कि सरकार बनाने को लेकर आधे आधे का फ़ार्मूला तय हुआ था।

उन्होंने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले जब गठबंधन को अंतिम रूप दिया गया था तब शिवसेना से ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद का वादा नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल तक वही मुख्यमंत्री रहेंगे। फडणवीस ने कहा कि भाजपा विधायक दल बुधवार को अपना नया नेता चुनेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाम का ऐलान पहले ही कर चुके हैं और बैठक एक औपचारिकता होगी।

उधर शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा है कि उद्धव ठाकरे जी ने कहा है कि हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं लेकिन हम उस विकल्प को स्वीकार करने का पाप नहीं करना चाहते हैं। शिवसेना ने हमेशा सच्चाई की राजनीति की है, हम सत्ता के भूखे नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कोई दुष्यंत नहीं है जिसके पिता जेल में हों। यहां हम हैं जो ‘धर्म और सत्य’ की राजनीति करते हैं, शरद जी जिन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के ख़िलाफ माहौल बनाया है जो कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे।
महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं।

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