भारत और मालदीव हिंद महासागर में शांति और स्थिरता बनाए रखने की दिशा में मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं। दोनों देशों ने द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए अटूट प्रतिबद्धता दोहराई। भारत के उच्चायुक्त मुनु महावर और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। साथ ही मालदीव में भारत द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं पर बात की।
भारत के उच्चायुक्त महावर ने रविवार को मालदीव में राष्ट्रपति कार्यालय में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की। इस दौरान महावर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सामिल होने के लिए मुइज्जू का आभार व्यक्त किया। बाद में महावर ने दोनों देशों के बीच चल रहे सहयोग पर प्रकाश डाला। साथ ही मालदीव के लोगों की प्रगति और विकास में सहायता के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।
राष्ट्रपति कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति मुइज्जू ने पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भारत सरकार द्वारा किए गए गर्मजोशी से स्वागत और उदार आतिथ्य की सराहना की। उन्होंने मालदीव के विकास में सहायता करने और मालदीववासियों की जरूरतों को पूरा करने की भारत की प्रतिबद्धता के लिए भी आभार व्यक्त किया।
दोनों की मुलाकात के बाद भारतीय उच्चायोग ने राष्ट्रपति कार्यालय की प्रेस विज्ञप्ति पर प्रतिक्रिया दी। एक्स पर एक पोस्ट में कहा, भारत मालदीव के साथ अपने विशेष संबंधों को और बढ़ाने को उच्च महत्व देता है।
बता दें कि मुइज्जू ने पिछले साल नवंबर में मालदीव के राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला था, जिसके बाद मुइज्जू ने भारत से उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफार्मों का संचालन करने वाले लगभग 90 भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने के लिए कहा था। मुइज्जू के इस कदम से भारत और मालदीव के बीच संबंध गंभीर तनाव में आए गए थे। वहीं, भारत ने 10 मई तक अपने सैन्य कर्मियों को वापस लेकर उनके स्थान पर एक डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टरों को संचालित करने के लिए नागरिक कर्मियों की नियुक्ति कर दी थी।