देश में लोगों तक भाजपा की पहुंच बनाने तथा पीएम मोदी के समर्थन के लिए केन्द्र की बीजेपी सरकार ने अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में विज्ञापनों पर कुल 3 हजार 755 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। आरटीआई के तहत मिली जानकारी यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने आरटीआई के जवाब में बताया कि “इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट मीडिया और बाहरी(आउटडोर) विज्ञापनों पर अपले 2014 से अक्टूबर 2017 तक सरकार ने करीब 3 हजार 755 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
यह आरटीआई नोएडा के एक आरटीआई कार्यकर्ता रामवीर तंवर ने दाखिल की थी। सूचना के अनुसार केंद्र सरकार ने सामुदायिक रेडियो, डिजिटल सिनेमा, दूरदर्शन, इंटरनेट, एसएमएस और टीवी समेत इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापन पर करीब 1 हजार 656 करोड़ तथा प्रिंट मीडिया में 1 हजार 698 करोड़ रुपए के विज्ञापन दिए हैं। इसी प्रकार सरकार ने बाहरी विज्ञापनों, जिसमें होर्डिग, पोस्टर, बुकलेट्स और कैलेंडर पर 399 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता की वर्ष 2016 में आरटीआई दाखिल की गई थी। इसमें मिली जानकारी के तहत सरकार ने एक जून, 2014 से 31 अगस्त, 2016 के बीच ऐसे विज्ञापनों पर 11,00 करोड़ रुपए खर्च किए, जिनमें प्रधानमंत्री मोदी को दिखाया गया था।
ये आंकड़े केवल टेलीविजन, इंटरनेट और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों पर खर्च किए गए आंकड़े हैं। जिसमें बाहरी और प्रिंट विज्ञापन पर किया गया खर्च शामिल नहीं है। 2015 में एक आरटीआई से खुलासा हुआ था कि केंद्र ने जुलाई 2015 तक प्रधानमंत्री के मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के लिए अखबारों में करीब 8.5 करोड़ रुपए के विज्ञापन दिए हैं।