कंनौज ब्यूरो, 31 Oct 2020 11:24 PM

तहसील परिसर में धरने पर बैठे भाकियू (किसान) के राष्ट्रीय महासचिव शीलेष कुमार व संघटन के पदाधिकारी -फोटो
छिबरामऊ(कन्नौज)। पराली जलाने के आरोप में किसानों पर दर्ज मुकदमों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (किसान) का धरना, प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। मुकदमा वापस न होने और किसानों की अन्य समस्याएं दूर न होने पर दो नवंबर से तहसील परिसर में भूख हड़ताल शुरू करने की घोषणा की गई।शनिवार को धरना स्थल पर पहुंचे राष्ट्रीय महासचिव शीलेष कुमार दुबे ने बताया कि सौरिख इलाके के राजवीर सिंह, भानू व अजयराज के खेतों में मजदूरों ने भूलवश पराली में आग लगा दी थी। प्रशासन ने किसानों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शांतिभंग में चालान कर दिया। यह गलत है। कार्रवाई वापस कराने के लिए भाकियू ने शुक्रवार से धरना शुरू किया। दूसरे दिन भी किसी प्रशासनिक अधिकारी के वार्ता के लिए न पहुंचने पर धरना जारी रहा। किसान नेताओं का आरोप है कि इलाके के किसान खाद, बीज, पानी के लिए परेशान हैं। किसी भी समस्या का निस्तारण नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि दो नवंबर तक किसानों की समस्याओं का समाधान न होने पर संगठन किसानों को साथ लेकर तहसील प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन शुरू करेगा।
धरना, प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष राजा शुक्ला, मन्नू मिश्रा, शनि चतुर्वेदी, डॉ. अशोक पाठक, दिनेश प्रकाश मिश्रा, प्रेम चतुर्वेदी, शिवाकांत दुबे, राजवीर सिंह राजावत, सौरभ पाल, दीपम त्रिपाठी, गौरव तिवारी, दीपू तिवारी, राहुल दुबे व सौरभ पाल सहित कई किसान नेता मौजूद रहे।