
अयोध्या (यूपी) राम नगरी अयोध्या के जिला अस्पताल में डॉगी भारी लापरवाही सामने आई है इस लापरवाही के कारण एक किशोरी जान भी चली गई। जबकि इसके पहले भी इसी प्रकार से कई घटनाएं हुई लेकिन अभी तक अस्पताल प्रशासन व जिला प्रशासन की आंखें नहीं खुल सकती हैं। और इस मामले पर सभी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
दरअसल जिला अस्पताल में आ रहे मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण आए दिन मरी अपना दम अस्पताल में तोड़ दे रहे हैं ऐसा ही मामला आज भी हुआ जिसमें डाक्टरों और नर्सों की लापरवाही के कारण एक किशोरी की जान चली गई। कोतवाली नगर के लालबाग की रहने वाली किशोरी अनुष्का को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत के चलते कल 5 नवंबर को रात 11:00 बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उसको भर्ती तो कर लिया गया लेकिन इलाज के नाम पर आता हूं जाता हूं लगाए रखा। यहां तक की ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने भी बीमार किशोरी को देखने की जहमत नहीं उठाई और परिणाम यह हुआ कि आज 6 अक्टूबर की सुबह लगभग 10:00 बजे किशोरी अनुष्का की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और डाक्टरों व नर्सो पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। यही नही हंगामा देख डॉक्टरों ने मृतका किशोरी अनुष्का के भर्ती पंजिका पर भी खेल कर दिया गया। भर्ती पंजिका में दिखाया गया कि 8:30 पर उसको देखा गया 8:40 पर आक्सीज लगयी गई और 8:50 पर उसकी मौत हो गई जबकि 10:00 बजे तक कोई डॉक्टर के पास गया ही नहीं था। इस भारी लापरवाही को लेकर जिलाधिकारी से पांच डॉ एके सिन्हा, डॉ राजेश कुमार सिंह, डॉ विपिन वर्मा, डॉ अजय तिवारी डॉ धर्मेंद्र कुमार व दो तीन अज्ञात नर्स के खिलाफ जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की गई है। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश व एएसपी निपुण अग्रवाल ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच करा कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े अमित कुमार की मृतका अनुष्का भांजी थी जिसको लेकर मौके पर पत्रकारों ने भी विरोध जताया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।