50 सालों से जल रही अमर जवान ज्योति की लौ अब इंडिया गेट की जगह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में जलेगी। मोदी सरकार के इस फैसले की विपक्ष कड़ी आलोचना कर रहा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी इस मुद्दे पर योगी सरकार को घेरा है.
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राहुल ने अपने ट्वीट में कहा है कि बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा।
कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं… हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!
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वहीँ विपक्ष की तीखी आलोचना के बीच सरकार ने कहा कि इसे लेकर “बहुत सारी गलत सूचनाएं” फैलाई जा रही हैं.” सरकार के सूत्रों ने कहा, “अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है बल्कि इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में जल रही ज्वाला में मिलाया जा रहा है.
सरकार की तरफ से गया कि ये अजीब बात थी कि अमर जवान ज्योति की लौ ने 1971 और अन्य युद्धों में जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी, लेकिन उनका कोई भी नाम वहां मौजूद नहीं है.” कहा, “इसलिए वहां युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय जवानों को देने वाली ज्योति का होना ही सच्ची ‘श्रद्धांजलि’ है.”
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बता कि अमर जवान ज्योति की स्थापना उन भारतीय सैनिकों की याद में की गई थी जोकि 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए थे. इस युद्ध में भारत की विजय हुई थी और बांग्लादेश का गठन हुआ था. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 को इसका उद्घाटन किया था.