जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राम नवमी के जुलूस के दौरान मध्य प्रदेश के खरगौन में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद मुसलमानों की संपत्तियों को नष्ट करने और पुलिस द्वारा परेशान करने पर चिंता जताई है. इसके अलावा देश के विभिन्न हिस्सों में अजान बनाम हनुमान चालीसा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जमीयत प्रमुख ने कहा है कि, अजान और हनुमान चालीसा दोनों ही मुल्क में जरूरी है लेकिन मुकाबला करना ठीक नहीं है।
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बता दें कि यूपी के कई हिस्सों में लगातार अजान बनाम हनुमान चालीसा होने लगा है। वाराणसी और अलीगढ़ जैसे इलाकों में लाउडस्पीकर पर अजान के वक्त हनुमान चालीसा होने लगी है।
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पत्र में कहा गया है कि अजान लोगों के लिए जितनी जरूरी है उतना ही जरूरी हनुमान चालीसा है लेकिन एक दूसरे से इसपर मुकाबला करना ठीक नहीं क्योंकि मुल्क का दस्तूर अभी तक सभी धर्मों की इज्जत करना सिखाता है। हनुमान चालीसा होने से किसी को ऐतराज नहीं, बल्कि यह तो अच्छा है बुरे कामों को छोड़ लोग हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू करेंगे।
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