स्पेन के दिग्गज टेनिस स्टार राफेल नडाल ने एकबार फिर साबित कर दिया कि लाल बजरी कोर्ट पर उनका कोई मुकाबला नहीं है. रोलां गैरों का मैदान उनके लिए घर जैसा है और फ्रेंच ओपन में उनकी बादशाहत है. और यह सारी बातें तब सच लगती हैं जब खबर मिलती है कि 36 साल के नडाल ने 14वीं बार फ्रेंच ओपन का टाइटल अपने नाम किया। आप कह सकते हैं कि नडाल की आदत में शुमार हो गया फ्रेंच ओपन का ख़िताब बार बार जीतना।
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नडाल का शिकार इसबार नार्वे का नौजवान टेनिस स्टार कास्पर रूड बना जिसका यह पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल था. फाइनल में हार के बाद बह कास्पर ने मुस्कराते हुए कहा कि मैं कोई पहला खिलाडी नहीं हूँ जो नडाल का फ्रेंच ओपन के फाइनल में शिकार बना, नडाल ने बहुत से खिलाडियों के सपनों को तोडा है।
नडाल ने क्ले कोर्ट पर अपनी बादशाहत कायम रखते हुए 14वीं बार फ्रेंच ओपन अपने नाम किया. विवार को हुए फाइनल में एकतरफा मुकाबले में नॉर्वे के युवा खिलाड़ी कास्पर रूड को बड़ी आसानी से सीधे सेटों में 6-1, 6-3, 6-0 से हराते हुए अपना 22वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता.
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रविवार 5 जून को पेरिस में वही कहानी दोहराई गई, जिसकी स्क्रिप्ट कई साल पहले लिख चुकी थी और कई साल से दोहराई जा रही थी. रिकॉर्ड 14वीं बार फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचने वाले सुपरस्टार नडाल ने अपना 100 फीसदी रिकॉर्ड बरकरार रखा और एक और खिलाड़ी की कोशिश को नाकाम कर दिया.
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पहली बार ग्रैंड स्लैम फाइनल खेल रहे आठवीं वरीयता प्राप्त कास्पर के लिए अपने आदर्श और अपने गुरु के नडाल के सामने टिक पाना मुश्किल साबित हुआ. पहले सेट में तो नडाल ने आसानी से 6-1 से जीत दर्ज कर ली थी. दूसरे सेट में हालांकि रूड ने जरूर जोर लगाया और एक वक्त 3-1 से आगे हो चुके थे, लेकिन नडाल ने अपनी काबिलियत, अनुभव और कुछ कास्पर की गलतियों का फायदा उठाते हुए लगातार 5 गेम जीतकर 2-0 से मैच में बढ़त ले ली थी. तीसरे सेट में तो नडाल ने कास्पर को आस-पास भी नहीं आने दिया.