मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया ने कहा है कि हमारी धार्मिक आस्था पर जबरदस्त चोट हुई लेकिन इसको लेकर किसी तरह की हिंसा जायज नही है,लोग अमनचैन बनाये रखे किसी तरह की हिंसक गतिविधियों का वह हिस्सा न बने लेकिन सरकार को भी चाहिये कि हिंसा की पृष्ठभूमि के साथ पूरा षड्यंत्र भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा का है उनके बयान से हिंसा उपजी उसके बाद भी बोर्ड हिंसा के विरुद्ध है और वह उसको न्यायोचित नही ठहराता।
निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें
देश के विभिन्न हिस्सों में कल हुए अनेक प्रदर्शन अहिंसक भी थे वहां सरकार की नैतिक व लोकतंत्र में संवैधानिक जिम्मेदारी थी कि प्रदर्शनकारियों के ज्ञापन प्रशासन द्वारा ले कार्यवाही के आश्वासन के साथ लिए जाते लेकिन देखने मे यह आया कि अहिंसक प्रदर्शनों से लापरवाही के साथ निपटाने के साथ उनको प्रशासनिक स्तर पर क्रिमनलाइज करने का काम किया गया यह भी पूरी तरह से अनुचित था।
अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें
बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव डॉ मोइन अहमद खान ने कहा कि सरकार हिंसा के पीछे बड़ी साजिश की बात कर रही है निश्चित रूप से इसको सीबीआई जांच करायी जाए.
नफरती हिंसा फैलाने की साजिश के पीछे पूरी तरह से नूपुर शर्मा की एक बड़ी भूमिका है उसे चाहिये कि वह शीघ्र सख्त कार्यवाही करे ।उंन्होने कहा कि सरकार मौजूदा हालात में सम्पर्क,संवाद का वातावरण निर्मित करने की पहल करे जिससे आक्रोश को आगे बढ़ने से रोका जाए ।
उंन्होने कहा बोर्ड की स्थापित मान्यता है कि हम आपस मे सभी की धार्मिक आस्थाओं का दिल से सम्मान करें जिससे देश को विकसित व समृद्ध बनाया जा सके।