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Saturday, December 9, 2023

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नई पैंतरेबाजी चीन की, पुलों के नाम गलवान में मारे गए सैनिकों के नाम पर रखे

चीन ने तिब्बत और शिनजियांग के दो क्षेत्रों को जोड़ने वाले हाईवे में पड़ने वाले कई पुलों का नाम पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के चार सैनिकों के नाम पर रखा गया है जो पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में संघर्ष के दौरान भारतीय सैनिकों से लड़ते हुए मारे गए थे। भारत और चीनी सैनिकों के बीच जून 2020 में झड़प हुई थी जिसमें पड़ोसी मुल्क के कई सैनिक मारे गए थे।

ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘G219 हाइवे के साथ-साथ पुलों का नाम सैनिकों के नाम रखना उन नायकों को याद करने का एक तरीका है जो चीनियों की बढ़ती देशभक्ती की भावना के प्रतीक बन गए हैं। भारतीय सेना के जवानों के साथ 15 जून, 2022 को हुई झड़प के बाद चीन यह स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं था कि उसके सैनिकों की जान गई है। अंतत: फरवरी 2021 में चीनी सरकार ने झड़प में मारे गए चार जवान चेन होंगजुन, चेन जियानग्रोंग, जिओ सियुआन और वांग झुओरान के नाम का खुलासा किया।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘जी 219 हाइवे के 11 पुलों का नाम अब शहीदों और उनके गृहनगरों के नाम पर रखा गया है, जिसमें जियांगरोंग पुल, सियुआन पुल, झुओरान पुल और होंगजुन पुल शामिल हैं।’ रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि बटालिएन कमांडर चेन होंगजुन को मरणोपरांत बॉर्डर डिफेंडिंग हीरो की उपाधि दी गई है। जबकि चेन जियांगरोंग, जिओ सियुआन और वांग झुओरन ने फर्स्ट क्लास मेरिट से सम्मानित किया गया।

विवादित अक्साई चीन क्षेत्र से होकर गुजरता है यह हाइवे

जी219 हाइवे तिब्बत और शिनजियांग के दो ऑटोनॉमस क्षेत्रों को जोड़ने वाला है। यह हाइवे उस विवादित अक्साई चीन क्षेत्र से होकर गुजरता है जिस भारतीय क्षेत्र पर चीन ने अवैध कब्जा जमाया हुआ है। गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। भारतीय सैनिकों के साथ झड़प में घायल होने वाले चीनी सैन्य कमांडर फाबाओ ने इस साल 16 अक्टूबर को बीजिंग में चीन की प्रमुख कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की 20वें राष्ट्रीय कांग्रेस के उद्घाटन समारोह में भाग लिया था।

ओलंपिक खेलों में भारत ने राजनयिक बहिष्कार किया था

भारत ने इस साल फरवरी में हुए शीतकालीन ओलंपिक खेलों के उद्घाटन और समापन समारोह से राजनयिक बहिष्कार की घोषणा की थी क्योंकि चीन ने फाबाओ को एक मशालची के रूप में चुना था। फाबाओ 2020 में गलवान में भारतीय सैनिकों के साथ हुई झड़प में शामिल थे। फाबाओ को मशालची चुने जाने के भारत ने विरोध किया था।

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