खेरसॉन से रूसी सेना की वापसी का पूरे यूक्रेन में जश्न मनाया जा रहा है। इस मौके पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन को कड़ा संदेश देते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि ‘युद्ध को खत्म करने का वक्त आ गया है।’ यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि खेरसॉन से रूसी सेना का पीछे हटना ‘युद्ध की समाप्ति की शुरूआत’ है। जेलेंस्की इंडोनेशिया के बाली में G20 शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। यहां अधिकांश विश्व नेताओं ने युद्धविराम का आह्वान किया और पूर्वी यूरोपीय देश यूक्रेन में रूस के नेतृत्व वाले सैन्य हमले की निंदा की। जी20 सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि ‘रूस के विनाशकारी युद्ध को समाप्त करने का वक्त आ गया है।’
रूसी विदेश मंत्री ने सुना जेलेंस्की का भाषण
यूक्रेन जी20 समूह का सदस्य नहीं है। लेकिन कई अन्य विश्व नेताओं की तरह ही जेलेंस्की को भी दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के समूह में बतौर मेहमान आमंत्रित किया गया था। इस शिखर सम्मेलन के दौरान भी यूक्रेन युद्ध हावी रहा। उपस्थित लोगों में पीएम मोदी के अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल थे। रूस के प्रतिनिधि, विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भी जेलेंस्की का भाषण सुना। जेलेंस्की ने एक वीडियो संबोधन में कहा, “मुझे विश्वास है कि अब समय आ गया है जब रूसी विनाशकारी युद्ध को रोका जाना चाहिए और इसे रोका जा सकता है।” उन्होंने कहा कि युद्ध रुकने से हजारों जिंदगियां बच सकती हैं।
यूक्रेनी नेता ने कहा, “इसे (युद्ध को) रोकने में देरी का मतलब है कि और यूक्रेनियन मारे जाएंगे। दुनिया के लिए नए खतरे जन्म लेंगे, और रूसी आक्रमण की निरंतरता के कारण पूरी दुनिया भारी नुकसान का जोखिम उठाएगी।” जेलेंस्की ने यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता के लिए अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अखंडता को लेकर यूक्रेन कभी भी समझौता नहीं करेगा।
परमाणु हथियारों का झूठा सहारा ले रहा रूस- जेलेंस्की
अपनी जानी-पहचानी सेना की हरी टी-शर्ट पहने और यूक्रेनी भाषा में बोलते हुए, जेलेंस्की ने चीन के शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सहित नेताओं को संबोधित किया। हालांकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कमरे में नहीं थे। पुतिन ने अपने स्थान पर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव को बाली भेजा था। जेलेंस्की ने पुतिन की झूठी बयानबाजी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “रूसी अधिकारी परमाणु हथियारों के झूठे खतरों का सहारा ले रहे हैं।” जेलेंस्की ने कहा, “परमाणु ब्लैकमेल के लिए कोई बहाना नहीं हो सकता है।
समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्रिटिश पीएम ऋषि सनक और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो सहित कई नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए इसे खत्म करने का आह्वान किया। बाद में अपने भाषण में, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि रूस के विनाशकारी युद्ध की जांच के लिए एक विशेष न्यायाधिकरण गठित किया जाए।
खेरसॉन के लिए जंग डी-दिवस जैसी निर्णायक थी: जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मंगलवार को दक्षिणी शहर खेरसॉन पर दोबारा कब्जे की तुलना ‘डी-डे’ से की जब द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान मित्र देशों की सेनाएं फ्रांस में उतरी थी। उन्होंने कहा कि दोनों घटनाएं अंतरिम रूप से विजय दिलाने के लिहाज से निर्णायक हैं। उन्होंने इस सम्मेलन में कहा कि आठ महीने बाद रूस के कब्जे से खेरसॉन की आजादी अतीत के कई युद्धों का स्मरण कराती है, जो युद्ध में निर्णायक साबित हुए।
उन्होंने कहा, ”उदाहरण के लिए यह ‘डी-डे’ जैसा है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इसी दिन (6 जून, 1944) को मित्र देशों की सेना फ्रांस के नॉरमंडी पर उतरी थी। यह बुराई के खिलाफ जंग में अंतिम पड़ाव नहीं था, लेकिन इसने पूरे घटनाक्रम का भविष्य पहले ही तय कर दिया। बिल्कुल ऐसा ही अभी हम महसूस कर रहे हैं।”
यूक्रेन को मदद देना जारी रखेंगे- अमेरिकी राष्ट्रपति
यूक्रेन-रूस में युद्ध छिड़े करीब नौ महीने हो चुके हैं, ऐसे में खेरसॉन पर फिर से कब्जे को यूक्रेन की सबसे बड़ी जीत माना जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी इसे यूक्रेन के लिए अहम जीत करार दिया है। जी-20 सम्मेलन से इतर एक बैठक में बाइडन ने कहा, ”हम यूक्रेन के लोगों को मदद मुहैया कराना जारी रखेंगे ताकि वह अपनी रक्षा कर सकें।”
जी-20 सम्मेलन को संबोधित करते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति ने विशेष अधिकरण गठित किये जाने की मांग की ताकि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के अपराध के लिए रूसी सैन्य और राजनीतिक शख्सियतों के खिलाफ सुनवाई की जा सके। जेलेंस्की ने जी-20 को जी-19 के रूप में रेखांकित किया और कहा कि इस समूह से रूस को निकाला जाना चाहिए।