चीन की ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ के खिलाफ भड़का लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में देशभर के कई हिस्सों में कम्युनिस्ट पार्टी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन देखने को मिले। इस बीच, प्रदर्शनों की जांच कर रही दंगारोधी पुलिस ने मंगलवार रात ग्वांगझू में उनसे भी पूछताछ की, जो सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल नहीं थे। इससे लोगों का गुस्सा और भड़का और पुलिस के साथ हाथापाई भी हुई। इसके बाद प्रशासन को बुधवार को शहर के कई इलाकों में प्रतिबंधों में ढील देने को मजबूर होना पड़ा है।
वहीं, प्रदर्शनों की व्यापकता को देखते हुए शी जिनपिंग सरकार ने कई प्रमुख शहरों में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है। पूर्वी शहर शुझोऊ में टैंक तैनात किए जाने की खबर है। इसके अलावा, लोगों को मोबाइल और अन्य उपकरणों की जांच की जा रही है। प्रदर्शनों से जुड़े वीडियो डिलीट किए जा रहे हैं। इंटरनेट पर भी अंकुश लगाया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सेंट्रल पॉलिटिकल एंड लीगर अफेयर कमीशन ने शत्रु तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। शहरों में बड़ी संख्या में पुलिस वाहन गश्त कर रहे हैं। इस दौरान लोगों के पहचान पत्र की भी जांच की जा रही है। दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया गया है।