पाकिस्तान से दो बड़ी खबर सामने आ रही हैं, पहली खबर है कि पाकिस्तान ने राजनयिक असद मजीद खान को अपना नया विदेश सचिव नियुक्त किया है। दूसरी है कि पाक सेना प्रमुख नहीं चुने जाने से नाराज आईएसआई के पूर्व प्रमुख जनरल फैज हामिद को समय से पहले रिटायरमेंट की मंजूरी मिल गई है।
वहीं विदेश कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि मजीद खान वर्तमान में बेल्जियम, यूरोपीय संघ और लक्जमबर्ग में पाकिस्तान के राजदूत के रूप में तैनात हैं। विदेश विभाग ने अलग से नियुक्ति की अधिसूचना जारी की। इस साल सितंबर में सोहेल महमूद के सेवानिवृत्त होने के बाद यह पद खाली हो गया था और एक स्थायी विदेश सचिव नियुक्त करने के बजाय, वरिष्ठ राजनयिक जौहर सलीम को पद के औपचारिक रूप से भरे जाने तक विदेश सचिव के कार्यालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था।
हालांकि अनुमान लगाया जा रहा था कि मजीद खान पीएम शहबाज की पसंद नहीं थे, उनका नाम देश में चल रहे राजनीतिक विवाद में कई बार आया। वहीं पाकिस्तान में कड़वे राजनीतिक झगड़े के मद्देनजर, मजीद खान का नाम कई बार उभरा, और कई बार नकारात्मक रूप से, उनकी भूमिका के बारे में बताया गया।
लेफ्टिनेंट जनरल हामिद की समय से पहले सेवानिवृत्ति को मंजूरी दी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को आईएसआई के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद को समय से पहले सेवानिवृत्ति के आवेदन को मंजूरी दे दी है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान का सेना प्रमुख नहीं चुने जाने से नाराज फैज ने यह फैसला लिया है।
लेफ्टिनेंट जनरल हामिद ने कुछ दिन पहले अपना आवेदन रावलपिंडी में आर्मी जनरल हेडक्वार्टर (जीएचक्यू) को भेजा था, जिसने इसे प्रधानमंत्री कार्यालय को मंजूरी के लिए भेज दिया। लेफ्टिनेंट जनरल हामिद ने पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान के तहत डीजी आईएसआई और कॉर्प्स कमांडर पेशावर के रूप में कार्य किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि बाद में उन्हें बहावलपुर कॉर्प्स कमांडर के रूप में तैनात किया गया था। लेफ्टिनेंट जनरल हामिद और लेफ्टिनेंट जनरल अब्बास उन छह उम्मीदवारों में शामिल थे, जिनके नाम जनरल बाजवा के बाद सेना प्रमुख के पद के लिए सिफारिश की गई थी।
बाल-बाल बचे पाकिस्तानी मिशन के प्रमुख
काबुल में शुक्रवार को पाकिस्तानी दूतावास के प्रभारी एक हमले में बाल-बाल बच गए। पाकिस्तान ने इस घटना की निंदा करते हुए इसकी जांच कराने की मांग की है। अफगानिस्तान में पाकिस्तानी मिशन के प्रभारी उबैदुर रहमान निजामनी को अज्ञात बंदूकधारियों ने उस समय निशाना बनाया, जब वह दूतावास परिसर में टहल रहे थे। उनकी सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें बचा लिया। हमले में एक सुरक्षा कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया।