सिंगापुर के रहने वाले भारतीय मूल के छह साल के ओम मदन गर्ग ने एवरेस्ट आधार शिविर की चढ़ाई पूरी कर रिकॉर्ड कायम कर दिया है। ओम गर्ग एवरेस्ट आधार शिविर की चढ़ाई पूरी करने वाले सबसे कम उम्र के सिंगापुरी बन गए हैं। ओम ने अक्तूबर में अपने माता-पिता के साथ 10 दिन की यात्रा की और 65 किमी की ट्रेक के बाद 5,364 मीटर की ऊंचाई पर नेपाल में दक्षिण बेस कैंप पहुंचे।
ओम गर्ग का नाम सिंगापुर बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कि ओम, उनके पिता मयूर गर्ग और मां गायत्री महेंद्रम ने 28 सितंबर को एक गाइड और दो पोर्टर के साथ ट्रेक की शुरुआत की। उन्होंने इस यात्रा को परिवार के यूट्यूब चैनल पर सात-भाग की श्रृंखला में प्रसारित किया। इस सफलता के बाद ओम ने कहा कि “मैं पूरी दुनिया देखना चाहता हूं।”
ओम के पिता भी पर्वतारोही हैं
बता दें, एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचने के लिए खतरनाक रास्तों से गुजरना होता है। फिर भी ओम मदन ने अपने माता-पिता के साथ इस अभियान को पूरा किया। ओम के पिता मयूर बिजनेस एनालिस्ट के साथ-साथ पर्वतारोही भी हैं, जो इंडोनेशिया, रूस और तंजानिया में ऊंची चोटियों को फतह कर चुके हैं। मयूर ने बताया कि हम सिंगापुर के यिओ चू कांग क्षेत्र में रहते हैं, और हम मरीना बे सैंड्स क्षेत्र में चलते हैं जो लगभग 10 किमी दूर है। हमें चार से पांच घंटे लगते हैं, लेकिन हम बस चलते जाते हैं।
ओम ने कहा कि फ़ोर्ट कैनिंग काफी मुश्किल था क्योंकि हमें 30 बार सीढ़ियां चढ़नी और उतरनी पड़ती थीं। लेकिन जब हम एवरेस्ट बेस कैंप गए, तो यह आसान था। एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचने के लिए नेपाल के लुकला गांव से इसकी शुरुआती करनी पड़ती है, जो समुद्र तल से 2,860 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। एवरेस्ट बेस कैंप (5,364 मीटर) तक पहुंचने से पहले तिकड़ी नामचे बाजार की शेरपा राजधानी (3,440 मीटर) और जमी हुई झील के तल गोरक्ष (5,164 मीटर) से गुजरना पड़ता है।