पाकिस्तान में आतंकी हिंसा बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है, क्योंकि दो आतंकी गुटों ने हाथ मिला लिए हैं। बलूचिस्तान के एक अलगाववादी गुट का खूंखार आतंकी संगठन तहरीके-तालिबान पाकिस्तान (TTP) में विलय हो गया है। उधर, पश्तून नेता मोहसिन डावर ने हिंसा बढ़ने के लिए पाकिस्तान के हुक्मरानों को जिम्मेदार ठहराया है। डावर ने कहा कि काबुल के पतन व तालिबान के उदय पर जश्न मनाने वाले इस हिंसा के जवाबदार हैं।
टीटीपी ने शुक्रवार को एलान किया कि बलूचिस्तान के दूसरे आतंकी गुट ने भी उसके साथ हाथ मिला लिया है। प्रतिबंधित आतंकी संगठन टीटीपी के प्रवक्ता मुहम्मद खुरासानी ने एक बयान में कहा कि दक्षिणी बलूचिस्तान के मकरान जिले के अलगाववादी नेता मजार बलूच के नेतृत्व वाला आतंकवादी समूह हमारे गुट में शामिल हो गया है। खुरासानी ने दावा किया कि यह गुट बलूच आजादी की मांग कर रहे अलगाववादी समूहों के बीच सबसे प्रभावशाली है।
हालांकि, टीटीपी ने पूर्व में उसमें शामिल हुए आतंकवादी गुट का कोई ब्योरा नहीं दिया, लेकिन विद्रोहियों ने इस साल जून में दावा किया था कि असलम बलूच के नेतृत्व में बलूच आतंकवादियों का एक समूह टीटीपी में शामिल हो गया है।
ताजा विलय के साथ ही टीटीपी में शामिल होने वाले गुटों की संख्या 22 हो गई है। टीटीपी पूरे पाकिस्तान में शरिया कानून लागू करने की मांग कर रहा है। जुलाई 2020 में पाकिस्तान सरकार ने अफगान तालिबान के साथ मिलकर सुलह की प्रक्रिया शुरू की थी। इस प्रक्रिया का कोई नतीजा नहीं निकला है। टीटीपी की स्थापना 2007 में हुई थी। इसमें आतंकी संगठन जमातुल अहरार को भी विलय हो चुका है।
टीटीपी व उससे जुड़े आतंकी संगठनों ने नवंबर में पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौता खत्म कर दिया और सुरक्षा बलों पर कई हमले किए। इनमें हाल ही में इस्लामाबाद में हुआ आत्मघाती बम विस्फोट भी शामिल है।
पाकिस्तान की अफगान नीति जिम्मेदार : डावर
इस बीच, पश्तून नेता मोहसिन डावर ने शुक्रवार को कहा कि ताजा रक्तपात के जिम्मेदार पाकिस्तान की अफगान नीति के निर्माता हैं। पाकिस्तान सरकार व सेना पर निशाना साधते हुए डावर ने कहा कि जिन लोगों ने पिछले साल अगस्त में काबुल पर तालिबान के कब्जे का जश्न मनाया था, वे देश में आतंकवाद के लिए जिम्मेदार हैं। पाक नेशनल असेंबली के सदस्य डावर ने एक ट्वीट में कहा कि हम लंबे समय से चेतावनी दे रहे हैं कि आतंकवाद खैबर पख्तूनख्वा प्रांत तक सीमित नहीं रहेगा।
इस्लामाबाद में रेड अलर्ट
डावर का यह ट्वीट ऐसे समय में आया है, जब तहरीक-ए-तालिबान-ए-पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस्लामाबाद में हुए विस्फोट की जिम्मेदारी ली है। इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी और छह अन्य लोग घायल हो गए थे। विस्फोट के तुरंत बाद शहर में रेड अलर्ट घोषित कर दिया।