अमेरिका और चीन के बीच किसी न किसी बात पर एक कोल्ड वार छिड़ा हुआ है। चीन ने 21 दिसंबर को आरोप लगाया था कि दक्षिण चीन सागर में अमेरिका के जासूसी विमानों की वजह से चीनी नौसेना के लड़ाकू जेट हादसे के शिकार हो सकते थे। लेकिन ड्रैगन के इस आरोप को अमेरिका ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
पीएलए सदर्न थिएटर कमांड ने एक जनवरी को एक वीडियो जारी किया। इसको लेकर कहा कि अमेरिका ने जानबूझकर जनता को गुमराह किया है और यह यू.एस. आरसी-135 विमान था जिसने अचानक अपनी उड़ान का रुख बदल दिया और चीनी विमानों को भटकाने की कोशिश की।
वहीं यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड अपनी प्रतिक्रिया में, पीएलए के दावों को खारिज कर दिया। साथ ही जोर देकर कहा कि चीनी जे-11 जेट निकट-टक्कर के लिए जिम्मेदार था। साथ ही अपने दावे को मजबूत करने के लिए अमेरिका ने एक वीडियो भी जारी किया।
अंतरराष्ट्रीय कानूनों और नियमों के उल्लंघन का आरोप
वहीं चीन का कहना है कि इस तरह के एक खतरनाक युद्धाभ्यास ने चीनी सैन्य विमानों की उड़ान सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। वायु और समुद्री सुरक्षा और प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय कानूनों और नियमों पर अमेरिका-चीन समझौता ज्ञापन (एमओयू) का गंभीर उल्लंघन किया।