पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान फिलहाल अपनी पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे। लाहौर उच्च न्यायालय (एलएचसी) ने गुरुवार को इमरान खान को राहत देते हुए पाकिस्तान चुनाव आयोग की कार्रवाई पर रोक लगा दी है। दरअसल, इमरान खान को तोशखाना मामले में अयोग्य ठहराए जाने के बाद चुनाव निकाय ने पिछले महीने उन्हें पाकिस्तन तहरीक ए इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाने की कवायद शुरू की थी। वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने गुरुवार को अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा के क्रम में सऊदी अरब का दौरा किया।
आयोग ने झूठे बयान और गलत घोषणा करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 63 (1) (पी) के तहत पूर्व प्रधानमंत्री को पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था। जिसके बाद इमरान खान खान ने बुधवार को चुनाव आयोग के इस कदम के खिलाफ लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। लाहौर हाईकोर्ट ने गुरुवार को पूर्व पीएम की याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार किया था। इस दौरान उनके वकील सीनेटर अली जफर की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने चुनाव आयोग को उनकी पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू करने से रोक दिया।
एलएचसी के जज जस्टिस जवाद हसन ने भी ईसीपी को 11 जनवरी को इस मुद्दे पर अपना जवाब दाखिल करने के लिए नोटिस जारी किया है। अपनी याचिका में इमरान खान ने जोर देकर कहा है कि कानून किसी अपराधी को किसी राजनीतिक दल का पदाधिकारी बनने से नहीं रोकता है। संपत्ति के कथित गलत बयान के आधार पर इमरान खान को पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने से रोकने के लिए ईसीपी द्वारा अधिकार क्षेत्र का प्रयोग और बाद में अयोग्यता गैरकानूनी और संविधान के विपरीत है।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने किया पहला आधिकारिक विदेश दौरा
वहीं, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने गुरुवार को अपना पहला आधिकारिक विदेश दौरा किया। गुरुवार सुबह सऊदी अरब पहुंचे पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर का स्वागत वहां के रक्षा मंत्री प्रिंस खालिद ने किया। अपनी यात्रा के क्रम में असीम मुनीर ने सऊदी के रक्षा मंत्री प्रिंस खालिद बिन सलमान से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच रक्षा क्षेत्र सहित द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की गई।
सऊदी अरब की सरकारी मीडिया के मुताबिक, उन्होंने सैन्य और रक्षा सहयोग पर चर्चा की। साथ ही साझा हित के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा के अलावा उन्हें समर्थन देने और बढ़ाने के तरीकों पर भी वार्ता हुई।
बैठक में सऊदी अरब के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल फय्याद बिन हमीद अल-रुवैली, सहायक रक्षा मंत्री इंजी. तलाल बिन अब्दुल्ला अल-ओतैबी के साथ ही कई सऊदी और पाकिस्तानी सैन्य और नागरिक अधिकारी शामिल थे।
गौरतलब है कि जनरल मुनीर ने पाकिस्तान की दोनों शक्तिशाली जासूसी एजेंसियों इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और मिलिट्री इंटेलिजेंस (MI) का नेतृत्व किया है। उन्होंने बीते साल नवंबर के अंत में जनरल कमर जावेद बाजवा की जगह नए सेना प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया था।