आठ सदस्यीय क्षेत्रीय समूह दक्षेस (SAARC) को सक्रिय करने का प्रयास किया जा रहा है। सार्क 2016 से बहुत प्रभावी नहीं रहा है। नेशनल असेंबली के तहत नेशनल कंसर्न एंड कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में बोलते हुए विदेश मंत्रालय के सचिव और प्रवक्ता भारत राज पौडेल ने कहा कि सभी सदस्य देशों के बीच आम सहमति की कमी के कारण दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) को प्रभावी नहीं बनाया जा सका। नेपाल इसे सक्रिय करने की कोशिश कर रहा है।
सार्क 2016 के बाद से बहुत प्रभावी नहीं रहा है। 2014 में काठमांडू में पिछला सम्मेलन हुआ था। इसके बाद से इसका द्विवार्षिक शिखर सम्मेलन नहीं हुआ। 2016 सार्क शिखर सम्मेलन इस्लामाबाद में होना था, लेकिन उस वर्ष 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उरी में भारतीय सेना के शिविर पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने मौजूदा परिस्थितियों के कारण शिखर सम्मेलन में भाग लेने में असमर्थता व्यक्त की। बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान द्वारा इस्लामाबाद बैठक में भाग लेने से इनकार करने के बाद शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया गया था। क्षेत्रीय समूह में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
इस बीच चीन ने नेपाल के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए हरसंभव कोशिश करने की बात की है। नए चीनी राजदूत चेन सोंग ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का एक नया अध्याय लिखने के लिए काम करने का संकल्प लिया। चेन को नवंबर में नेपाल में राजदूत नियुक्त किया गया था। हालांकि, उनके और उनकी पत्नी के कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद चेन के नेपाल आने में देरी हुई। वह हौ यान्की की जगह लेंगे, जो अक्तूबर में अपना चार साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद चीन लौट आईं।
त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए चेन ने कहा कि चीन हमेशा राज्य की संप्रभुता और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा करने, अपनी राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल विकास पथ की खोज करने और स्वतंत्र घरेलू-विदेशी नीतियों का पालन करने में नेपाल का दृढ़ता से समर्थन करेगा।
नेपाल कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की
नेपाल ने फिर से सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोरोना की नकारात्मक रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। नेपाल एयरलाइंस ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से कोविड-19 अंतरराष्ट्रीय प्रमाण पत्र या कोविड-19 पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट पेश करनी होगी। नेपाल एयरलाइंस के संयुक्त प्रवक्ता गणेश कुमार घिमिरे ने बताया कि दुनिया भर में बढ़ते कोरोना के मामलों के मद्देनजर हमने यह निर्णय लिया है। नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने यह फैसला 23 दिसंबर, 2022 को लिया था।