26 C
Mumbai
Saturday, March 25, 2023

आपका भरोसा ही, हमारी विश्वसनीयता !

राहुल इटली के अखबार से बोले, फासीवाद भारत में आ चूका है

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इटली के अखबार Corriere della Sera को दिए अपने इंटरव्यू में भारत में फासीवाद आने की बात कही साथ ही लोकतांत्रिक ढहने और संसद के सही तौर पर काम न कर पाने की बात भी कही। राहुल गांधी ने कहा कि वे इस पर दो साल से संसद में बोल नहीं पा रहे हैं और जब बोलना शुरू करते हैं, तो उनके माइक्रोफोन को बंद कर दिया जाता है इसके साथ ही राहुल गाँधी ने कहा कि अगर विपक्षी पार्टियां अगर एक साथ आती हैं तो भाजपा जरूर हार जाएगी।

राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा, ‘सभी की सीमाएं, जिनमें मैं भी शामिल हूं…हम जो सोचते हैं, उससे ये बहुत आगे हैं। दुनिया की सबसे पुरानी भाषा संस्कृत में एक शब्द है ‘तपस्या’, जिसे समझना एक पश्चिमी दिमाग के लिए मुश्किल है। कोई इसका अनुवाद ‘बलिदान’, ‘धैर्य’ करता है, लेकिन अर्थ अलग है- एक तरह से गर्मी उत्पन्न करना। ये मार्च एक ऐसी क्रिया रही जो गर्मजोशी पैदा करती थी, इसने आपको अपने भीतर झांकने पर मजबूर किया, आपको भारतीयों के असाधारण लचीलेपन को समझने का मौका मिलता है।’

यह पूछे जाने पर कि क्या हिंदुओं और मुसलमानों के बीच ध्रुवीकरण मौजूद है, राहुल गांधी ने इसे स्वीकार किया लेकिन साथ ही जोर देकर कहा कि स्थिति उतनी भयानक नहीं थी जैसा मीडिया ने सरकार के संरक्षण में दर्शाया। राहुल ने कहा, ‘यह लोगों को ‘गरीबी, अशिक्षा, महंगाई और कोविड के बाद किसानों सहित छोटे कर्जदार उद्यमियों के संकट जैसे अधिक वास्तविक मुद्दों से विचलित करने के लिए एक जरिया है।’

भारत और फासीवाद के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ‘फासीवाद है और लोकतांत्रिक ढांचा ढह रहा है। संसद अब काम नहीं कर पा रही है। मैं दो साल से इस पर बोल नहीं पा रहा हूं, जैसे ही बोलना शुरू करता हूं, वे मेरा माइक्रोफोन ऑफ कर देते हैं। न्याय स्वतंत्र नहीं है। प्रेस अब स्वतंत्र नहीं है।’ इस सवाल पर कि क्या अगले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराया जा सकता है, कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर अन्य पार्टियां एक साथ आती हैं तो भारतीय जनता पार्टी 100 प्रतिशत हार जाएगी। राहुल ने कहा, ‘यह निश्चित है कि उन्हें (पीएम मोदी) हराया जा सकता है। बशर्ते आप एक दृष्टि का विरोध करें: दाएं या बाएं से नहीं, बल्कि यह शांति और एकता के लिए हो। विकल्प देकर फासीवाद को हराया जाता है। अगर भारत के दो विजन वोट में एक-दूसरे से भिड़ते हैं, तो हम जीतने में सक्षम होंगे।’

Latest news

ना ही पक्ष ना ही विपक्ष, जनता के सवाल सबके समक्ष

Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here