नेपाल में प्रचंड सरकार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। दरअसल नेपाल में प्रधानमंत्री पुष्प कुमार दहल प्रचंड की सरकार की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के चार मंत्रियों ने अपने पद से शनिवार को इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वालों में राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के अध्यक्ष और प्रचंड सरकार में डिप्टी प्रधानमंत्री राजेंद्र लिंगदेन ने भी शामिल हैं। ये इस्तीफे ऐसे समय आए हैं, जब नेपाल की आठ पार्टियों ने राष्ट्रपति पद के लिए नेपाली कांग्रेस के नेता रामचंद्र पौडयाल के नाम का समर्थन किया है।
हालांकि राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी ने अभी तक सरकार से आधिकारिक रूप से समर्थन वापस लेने का एलान नहीं किया है लेकिन अगर पार्टी समर्थन वापस लेती है तो इससे नेपाल सरकार पर संकट आ सकता है। बता दें कि पार्टी के अध्यक्ष लिंगदेन के पास ऊर्जा मंत्रालय, जल स्त्रोत और सिंचाई मंत्रालय था। वहीं पार्टी के उपाध्यक्ष बिक्रम पांडेय के पास शहरी विकास मंत्रालय, ध्रुब बहादुर प्रधान के पास कानून मंत्रालय और संसदीय मामले मंत्रालय था। वहीं पार्टी के दीपक बहादुर सिंह ऊर्जा मंत्रालय में राज्यमंत्री थे।
राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी 14 सीटों के साथ 275 सदस्यों वाली नेपाल संसद की पांचवीं सबसे बड़ी पार्टी है। दरअसल नेपाल की राजनीति में यह संकट प्रधानमंत्री पुष्प कुमार दहल के एक फैसले से बढ़ रहा है। नेपाल में जल्द ही राष्ट्रपति पद का चुनाव होना है और नेपाली प्रधानमंत्री ने गठबंधन के उम्मीदवार के बजाय विपक्षी नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार रामचंद्र पौडयाल को समर्थन का एलान करके सभी को चौंका दिया।