पाकिस्तान के योजना और विकास मंत्री अहसान इकबाल ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान पर तंज कसा। इकबाल ने कहा है कि इमरान खान एक ‘गंदे नेता’ के रूप में सामने आए हैं। यह जानकारी पाकिस्तानी मीडिया ने दी।
अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में बोलते हुए इकबाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि कैबिनेट ने विचाराधीन लेनदेन को मंजूरी दे दी थी। इकबाल ने यह भी आरोप लगाया कि तत्कालीन कैबिनेट सचिव ने सरकार को सूचित किया था कि पूर्व-जवाबदेह शहजाद अकबर ने इमरान को एक सीलबंद लिफाफा सौंपा था।
उन्होंने कहा कि इमरान ने लिफाफे के बारे में सभी को बताया और यह महत्वपूर्ण मामला भी स्वीकार कर लिया गया। और जब अन्य मंत्रियों ने मामले के बारे में पूछताछ की, तो इमरान ने उन्हें झिड़क दिया और चुप करा दिया। इकबाल ने कहा, इस तरह इमरान ने कैबिनेट द्वारा अनुमोदित मलिक रियाज के साथ “गंदा सौदा” किया था।
उन्होंने कहा, “इमरान साहब, आप एक गंदे सौदागर के रूप में सामने आए हैं।” योजना मंत्री ने यह भी कहा है कि मीडिया के अनुसार, संपत्ति व्यवसायी मलिक रियाज पर लगाए गए जुर्माने को “निपटाकर”, इमरान खान ने अल-कादिर विश्वविद्यालय के नाम पर 650 कनाल भूमि प्राप्त की थी।
उन्होंने कहा, जब रसीद देने की आपकी बारी आई, तो आप रो रहे हैं? जब रसीद देने की बारी आई, तो आपने सब कुछ जला दिया? इसलिए आपके पास रसीदें नहीं हैं और आपके पास जवाब भी नहीं है? उन्होंने आगे कहा कि इमरान हिंसा और अराजकता के पीछे छिपना चाहते हैं।
इससे पहले पाकिस्तान के योजना और विकास मंत्री अहसान इकबाल ने पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर संसद, देश की सेना और पीटीवी पर हमला करने के लिए पीटीआई की आलोचना की और कहा कि पीटीआई ने खुद को “राजनीति की जमात” से हटा लिया है और “आतंकवादियों की जमात” में शामिल हो गया है।
अहसान इकबाल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘आज पाकिस्तान में पीटीआई ने खुद को राजनीति की जमात से हटाकर आतंकियों की जमात में शामिल कर लिया है। पाकिस्तान के दुश्मनों को खुश कर दिया। पहले पीटीवी पर हमला, फिर पाकिस्तान की संसद पर हमला और अब सैन्य संगठन पर हमला। आतंकवाद किसे कहते हैं? विदेशी फंडिंग मुफ्त में नहीं आती।’
अहसान इकबाल का यह बयान मंगलवार (9 मई) को पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में विरोध-प्रदर्शन के संदर्भ में आया है। हालांकि खान को गिरफ्तारी के दो दिन बाद शुक्रवार (12 मई) को रिहा कर दिया गया था।