अमेरिका में भारतीय मूल के 49 वर्षीय व्यक्ति को मानव तस्करी मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई है। राइड हेलिंग एप उबर का उपयोग करके उसने 800 से अधिक लोगों को तस्करी की थी। आरोपी राजिंदर पाल सिंह उर्फ जसपाल गिल को फरवरी में दोषी पाया गया था।
न्याय विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि तस्करी गिरोह के प्रमुख सदस्य के तौर पर उसने कनाडा से सैकड़ों भारतीय नागरिकों को सीमा पार कराया था। इस दौरान उसने नागरिकों से 500,000 अमेरिकी डॉलर से भी अधिक रकम के तौर पर लिया था। कैलिफोर्निया के रहने वाले राजिंदर पाल सिंह को अमेरिका के जिला कोर्ट ने मंगलवार को लोगों क तस्करी और मनी लॉन्ड्रींग मामले के लिए 45 महीने की जेल की सजा सुनाई। कार्यवाहक अमेरिकी अटॉर्नी टेसा एम. गोर्मन ने बताया कि पिछले चार सालों में राजिंदर सिंह ने 800 से भी अधिक भारतीय नागरिकों को उत्तरी सीमा और वाशिंगटन के जरिए अमेरिका में तस्करी कराने में मदद की है।
उन्होंने कहा कि आरोपी की यह हरकत केवल वाशिंगटन की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं बल्कि भारत से अमेरिका तक चलने वाली तस्करी मार्ग द्वारा तस्करी कर लाए गए लोगों की सुरक्षा के लिए भी खतरा था। आरोपी ने अमेरिका में बेहतर जीवन की उम्मीद रखने वाले लोगों की उम्मीदों को नुकसान पहुंचाया और उन लोगों पर 70,000 अमेरिकी डॉलर का भारी कर्ज भी लाद दिया गया।
जुलाई 2018 से राजिंदर सिंह और उसके सहयोगियों ने कनाडा के सिएटल क्षेत्र में अवैध रूप से सीमा पार करने वाले लोगों के लिए उबर का इस्तेमाल किया। 2018 और 2022 तक सिंह ने लोगों की तस्करी के लिए 600 यात्राओं का आयोजन किया। जांच के दौरान आरोपी के आवास से 45,000 अमेरिकी डॉलर और कुछ नकली दस्तावेज बरामद किया गया। राजिंदर सिंह भी गैर कानूनी तरीके से अमेरिका में रह रहा था, जेल की सजा पूरी होने के बाद उसे निर्वासित कर दिया जाएगा।