ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने इन दिनों चीन यात्रा पर हैं, माना जा रहा है ब्रिटेन चीन के साथ अपने संबंधों को सुधारना चाहता है। इसके मद्देनजर यह यात्रा पांच साल से अधिक समय में किसी ब्रिटिश शीर्ष नेता की चीन की पहली यात्रा है। जेम्स क्लेवरली ने अपने यात्रा के दौरान चीन के उपराष्ट्रपति से भी मुलाकात की।
क्लेवरली ने बुधवार को कहा कि मैंने चीनी सरकार के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ कई बार बातचीत की है और मैंने उनमें से हर एक बैठक में मानवाधिकारों को उठाया है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर न केवल द्विपक्षीय रूप से, बल्कि संयुक्त राष्ट्र में भी व्यापक चर्चा होती है।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने सबसे पहले उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की और कहा कि यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों के मजबूत और स्थिर विकास को और बढ़ावा देगी। बाद में अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात करेंगे, जो सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के विदेशी मामलों के शीर्ष अधिकारी हैं और हाल ही में अपने पूर्ववर्ती किन गैंग के अज्ञात रूप से लापता होने के बाद विदेश मंत्री का कार्यभार संभाला है।
चीन को नहीं कर सकते नजरअंदाज
क्लेवरली ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम विभिन्न मुद्दों पर चीन के साथ अपने संबंधों का प्रबंधन करें। जलवायु परिवर्तन से लेकर महामारी की रोकथाम तक, आर्थिक अस्थिरता से लेकर परमाणु प्रसार तक कोई भी महत्वपूर्ण वैश्विक समस्या चीन के बिना हल नहीं की जा सकती। चीन के आकार, इतिहास और वैश्विक महत्व का मतलब है कि उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
आगे उन्होंने कहा कि चीन वैश्विक मंच पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है और जिम्मेदारी का मतलब है कि चीन अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं और दायित्वों को पूरा कर रहा है। वहीं, ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने कहा कि क्लेवरली की बीजिंग यात्रा का उद्देश्य ब्रिटिश हितों को आगे बढ़ाने और उनकी रक्षा करने के लिए संचार के चैनलों को मजबूत करना है।