पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की देश वापसी जल्दी ही होने की उम्मीद है। वे 21 अक्तूबर को चार साल का आत्मनिर्वासन खत्म कर देश लौट सकते हैं। इसे लेकर न केवल नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के नेता बल्कि वे स्वयं काफी उत्साहित हैं। देश वापसी से पहले उन्होंने अपने विरोधियों पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वे आगामी चुनाव में अपनी पार्टी का पार्टी का नेतृत्व करने के लिए उत्साहित हैं। आज पाकिस्तान की जो हालत है वो चिंताजनक है। भारत का जिक्र करते हुए नवाज ने कहा कि आज पड़ोसी देश चांद पर पहुंच गया है और हम दूसरों से पैसे मांग रहे हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि देश में आज पेट्रोल की कीमत 330 रुपये प्रति लीटर है। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की सरकार ने देश को डिफॉल्ट होने से बचाया है। अगर वे ऐसा न करते तो देश में पेट्रोल के दाम एक हजार रुपए प्रति लीटर तक पहुंच जाते।
बता दें कि वे सोमवार को लंदन से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के टिकट मांगने वालों की एक ऑनलाइन बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में मरियम नवाज, हमजा शहबाज, अहसान इकबाल, परवेज राशिद, खुर्रम दस्तगीर, मरियम औरंगजेब, आजमा बुखारी और राणा सनाउल्लाह सहित पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता वर्चुअली जुड़े थे।
बैठक के दौरान उन्होंने 2017 के दौरान के सैन्य अधिकारियों जैसे रिटायर्ड आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा, पूर्व ISI चीफ फैज हमीद सहित पूर्व चीफ जस्टिस मियां साकिब निसार को देश की वर्तमान हालत के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि लोगों को पता होना चाहिए कि उनकी पीड़ा के असली दोषी कौन हैं।
शरीफ ने अपने भाषण में कहा कि ‘जिस व्यक्ति (नवाज) ने देश को बिजली कटौती से छुटकारा दिलाया, उसे जेल भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि उनके निष्कासन के पीछे आईएसआई प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हामिद और पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा का हाथ था। पूर्व मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार और आसिफ सईद खोसा (पूर्व सेना प्रमुख और उनके जासूस प्रमुख) उनके लिए काम करते थे। उनका अपराध हत्या के अपराध से भी बड़ा है। उन्हें क्षमा करना देश के साथ अन्याय होगा। पाकिस्तान के लोगों पर आर्थिक तंगी का शिकार बनाने के लिए जिम्मेदार इन लोगों को जवाबदेही का सामना करना पड़ेगा।
हम ही जीतेंगे चुनाव- नवाज शरीफ
शरीफ ने कहा कि देश को डिफॉल्ट होने से बचाने के लिए हमने अपनी राजनीतिक पूंजी को दांव पर लगा दिया। हमने पाकिस्तान को डिफॉल्ट से बचाने की कीमत चुकाई है। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि मैं लिखित रूप से कह सकता हूं कि चुनाव में हम ही जीतेंगे। नवाज ने दावा किया कि जब वे सत्ता में थे तो आज के जैसे हालात नहीं थे। उस समय सस्ता आटा, घी और चीनी उपलब्ध थी। वहीं आज गरीबों को भारी बिजली बिल आ रहे हैं और उन्हें नहीं पता कि उनका भुगतान कैसे किया जाए।
राजनीतिक रूप से अयोग्य ठहराए जाने के चुनौती देंगे नवाज शरीफ
नवाज शरीफ नवंबर 2019 में लंदन गए थे, जब लाहौर हाईकोर्ट ने उन्हें इलाज के लिए चार हफ्ते के लिए विदेश जाने की अनुमति दी थी। हालांकि नवाज शरीफ उसके बाद बीते चार सालों में कभी पाकिस्तान नहीं लौटे। जब उनकी पार्टी इमरान खान को हटाकर सत्ता पर काबिज हुई तो उस वक्त चर्चा थी कि नवाज शरीफ पाकिस्तान लौट सकते हैं। हालांकि ये सिर्फ चर्चाएं ही रहीं और शरीफ पाकिस्तान नहीं लौटे। पीएमएल-एन नेता ख्वाजा आसिफ ने कहा कि नवाज शरीफ पाकिस्तान लौटकर उन्हें राजनीतिक रूप से अयोग्य ठहराए जाने के फैसले को चुनौती देंगे।
नवाज शरीफ को साल 2018 में अल-अजीजिया मिल्स और एवनफील्ड भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराया गया था। इन मामलों में नवाज शरीफ को सात साल जेल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद नवाज शरीफ की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मेडिकल आधार पर विदेश जाने की अनुमति दी गई थी। इससे पहले साल 2016 में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने नवाज शरीफ को राजनीतिक रूप से अयोग्य घोषित कर दिया था।