वांछित भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी को लंदन स्थित निजी तौर पर संचालित जेल में स्थानांतरित किया गया। नीरव मोदी पर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिग का आरोप हैं। अदालत के एक अधिकारी ने कहा, उन्हें आंतरिक स्थानांतरण के रूप में एचएमपी वैंड्सवर्थ से एचएमपी (हिज मेजेस्टीज़ जेल) टेम्ससाइड में स्थानांतरित कर दिया गया था। स्थानांतरण की खबर दक्षिण-पश्चिम लंदन में वैंड्सवर्थ जेल से एक संदिग्ध आतंकवादी के भागने के बाद एक बड़ी तलाशी अभियान शुरू किए जाने के कुछ दिनों बाद सामने आई है।
हालांकि संदिग्ध आंतकवादी डैनियल खलीफ को बाद में पकड़ लिया गया था,जो अब सलाखों के पीछे हैं। ब्रिटेन के न्याय सचिव एलेक्स चाक ने बताया कि सुरक्षा उल्लंघन के बाद अत्यधिक सावधानी बरतते हुए 40 कैदियों को जेल से बाहर ले जाया गया था। वैंड्सवर्थ जेल में कर्मचारियों की कमी और भीड़भाड़ ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे, जहां मार्च 2019 में प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तारी के बाद से नीरव को रखा गया था।
कहां स्थित है यह जेल?
एचएमपी थेमसाइड लंदन की एकमात्र निजी जेल है, जिसमें लगभग 1,232 पुरुष कैदियों को रखा जा सकता है। 2012 में निर्मित इस जेल का संचालन सर्को फर्म द्वारा किया जाता है।
क्या है मामला ?
पिछले साल, नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ऋण घोटाला मामले में भारत प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ ब्रिटेन की सर्वोच्च अदालत में अपनी कानूनी लड़ाई हार गया था। लेकिन उनके मामले को अब “क़ानून वर्जित” कहा गया है, जो आगे लंबित मुकदमेबाजी का संकेत देता है।
पिछले साल दिसंबर में, लंदन में रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने आत्महत्या के जोखिम के आधार पर सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की अनुमित के लिए दिए गए आवेदन को अस्वीकार कर दिया था।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोपों के आधार पर प्रत्यर्पण वारंट पर मार्च 2019 में नीरव मोदी को गिरफ्तार किया गया था। ब्रिटेन की तत्कालीन गृह सचिव प्रीति पटेल ने अप्रैल 2021 में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट के फैसले के आधार पर नीरव के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था।भगोड़े हीरा कारोबारी को लंदन की निजी जेल में स्थानांतरित किया गया, मामले से जुड़े अधिकारी ने बताया