हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की खुफिया जानकारी अमेरिका ने ही कनाडा को दी थी। इसके बाद कनाडा ने भारतीय अधिकारियों के बीच हुई बातचीत को इंटरसेप्ट करके भारत पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का गंभीर आरोप लगा दिया। जिसे लेकर भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव आ गया है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह दावा किया है।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कनाडा में मौजूद शीर्ष राजनयिक ने इसकी पुष्टि की है कि फाइव आइज संगठन के सदस्य देशों के बीच खुफिया जानकारी साझा हुई थी। बता दें कि फाइव आइज संगठन में अमेरिका, कनाडा के साथ ही ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया भी साझेदार हैं। एनवाईटी की रिपोर्ट्स के अनुसार, निज्जर की हत्या के बाद अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने अपने कनाडाई समकक्षों को अहम जानकारी दी थी, जिससे कनाडा को यह निष्कर्म निकालने में मदद मिली कि भारत इसमें शामिल था। कनाडा में अमेरिका के राजदूत डेविड कोहेन ने भी एक मीडिया इंटरव्यू में यह बात स्वीकार की थी कि ‘फाइव आइज भागीदारों के बीच साझा खुफिया जानकारी में ट्रूडो को कनाडाई नागरिक की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता के बारे में सूचित किया था। इस बारे में कनाडा और अमेरिका के बीच काफी बातचीत हुई थी।’
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने कनाडाई समकक्षों को बताया था कि वॉशिंगटन के पास साजिश की कोई अग्रिम जानकारी नहीं थी और अगर उनके पास सूचना होती तो कनाडाई अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया जाता। उल्लेखनीय है कि कनाडा सरकार ने हरदीप सिंह निज्जर को भी उसकी जान पर संभावित खतरे को लेकर सूचित किया था। हालांकि उसे ये नहीं बताया गया था कि यह हमला भारत सरकार की तरफ से हो सकता है।
अमेरिकी राजनयिक ने भी किया स्वीकार
कनाडा में अमेरिका के राजदूत कोहेन ने कहा कि ‘अमेरिका इन आरोपों को बहुत गंभीरता से लेता है। अगर ये सच साबित हुए तो यह नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का गंभीर उल्लंघन है, जिसमें हम काम करना पसंद करते हैं।’ बता दें कि जून में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। बीते दिनों कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने वहां की संसद में आरोप लगाया कि इस हत्या में भारत शामिल हो सकता है। उन्होंने कनाडा में कनाडाई नागरिक की हत्या को संप्रभुता पर हमला बताया। कनाडा ने भारत के राजनयिक को निष्कासित कर दिया था।
भारत ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कनाडा के राजनयिक को निष्कासित कर दिया। साथ ही भारत ने कनाडा के नागरिकों को वीजा जारी करने पर रोक लगा दी है और भारतीयों को कनाडा की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है।