मॉस्को सिटी की एक अदालत से अमेरिकी रिपोर्टर को बड़ा झटका लगा है। जासूसी के आरोप में रूस में हिरासत में लिए गए वॉल स्ट्रीट जर्नल के इस रिपोर्टर की अपील खारिज हो गई है। गिरफ्तारी के खिलाफ दूसरी बार अपील खारिज हुई है, इसका मतलब ये है कि अब 31 वर्षीय रिपोर्टर गेर्शकोविच कम से कम 30 नवंबर तक जेल में रहेंगे।
मंगलवार को गिरफ्तारी के खिलाफ अपील खारिज होने के बाद इवान गेर्शकोविच को नीली शर्ट, टी-शर्ट और जींस पहने देखा गया। मॉस्को सिटी कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचे 31 साल के पत्रकार को अपील खारिज होने पर काफी निराश देखा गया। एक महीने से भी कम समय में दूसरी बार मॉस्को की अदालत से उनकी अपील खारिज हुई है। कोर्ट ने सितंबर में उनकी अपील पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया था।
30 नवंबर तक काटनी होगी जेल की सजा
अदालत के ताजे फैसले का मतलब है कि 31 वर्षीय गेर्शकोविच को कम से कम 30 नवंबर तक जेल में रहना ही होगा। जेल में रहने की अवधि बढ़ सकती है, जब तक कि उनकी अपील पर सुनवाई नहीं होती और अदालत उन्हें रिहा करने का फैसला नहीं सुनाती।
31 साल का रिपोर्टर कब पकड़ा गया
गौरतलब है कि इस अमेरिकी पत्रकार को मार्च में मॉस्को से लगभग 2,000 किलोमीटर (1,200 मील) पूर्व में येकातेरिनबर्ग शहर की रिपोर्टिंग यात्रा के दौरान हिरासत में लिया गया था। अगस्त में एक न्यायाधीश ने फैसला सुनाया कि 31 साल के गेर्शकोविच को नवंबर के अंत तक जेल में रहना होगा। जासूसी के गंभीर आरोपों वाले इस मामले में अदालती कार्यवाही बंद है क्योंकि सरकारी वकीलों का कहना है कि आपराधिक मामले का विवरण गोपनीय रखा जाना है।
सैन्य ठिकाने की जासूसी का आरोप
रूस की संघीय सुरक्षा सेवा के अधिकारियों का आरोप है कि गेर्शकोविच, अमेरिकी पक्ष के निर्देशों पर काम कर रहा था। जासूसी के आरोपों का सामना कर रहे अमेरिकी रिपोर्टर रूसी सैन्य-औद्योगिक परिसर के उद्यमों में से एक की गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटा रहा था।
अमेरिका का आरोप- रूस ने सबूत नहीं दिए हैं
खुद गेर्शकोविच और वॉल स्ट्रीट जर्नल ने रूस के आरोपों से इनकार किया है। अमेरिकी सरकार ने कहा है कि गेर्शकोविच को गलत तरीके से हिरासत में लिया गया है। अमेरिका का दावा है कि रूसी अधिकारियों ने जासूसी के आरोपों के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया है।
37 साल के बाद रिपोर्टर की गिरफ्तारी का पहला मामला
रिपोर्टर को मॉस्को की लेफोर्टोवो जेल में रखा गया है। ये जेल को बेहद कठोर परिस्थितियों के लिए कुख्यात है। गेर्शकोविच 1986 के बाद से रूस में जासूसी के आरोपों का सामना करने वाले पहले अमेरिकी रिपोर्टर हैं। इनसे पहले यूएस न्यूज और वर्ल्ड रिपोर्ट के मॉस्को संवाददाता निकोलस डैनिलॉफ को केजीबी ने गिरफ्तार किया था।
मॉस्को जेल में बंद अमेरिकी
विश्लेषकों के अनुसार, जब रूस ने यूक्रेन में सेना भेजी थी तो अमेरिका-रूस तनाव बढ़ा। इसके बाद मॉस्को जेल में बंद अमेरिकियों को सौदेबाजी के साधन के रूप में इस्तेमाल करने की आशंका बढ़ी है। हाल के वर्षों में रूस में गिरफ्तार किए गए कम से कम दो अमेरिकी नागरिकों को अमेरिकी जेल में बंद रूसियों के बदले बदला गया है। इनमें महिला राष्ट्रीय बास्केटबॉल एसोसिएशन (डब्ल्यूएनबीए) स्टार ब्रिटनी ग्रिनर भी शामिल हैं।
एक साल चलेगा मुकदमा
रिपोर्टर की गिरफ्तारी के इस संवेदनशील मामले में रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह गेर्शकोविच के मुकदमे का फैसला आने के बाद ही उनकी अदला-बदली पर विचार करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस में जासूसी के मामले में मुकदमा एक वर्ष से अधिक समय तक चल सकता है।