पटना : जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) में बड़ा बदलाव हुआ। जिसमेे आरसीपी सिंह को नया जेडीयू अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। फिलहाल आरसीपी सिंह राज्यसभा सांसद और पार्टी के संसदीय दल के नेता भी हैं। जेडीयू की इस बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने खुद उनका नाम आगे रखा और फिर इसका समर्थन बाकी सदस्यों ने किया।
आसान नहीं दो पद संभालना
नीतीश कुमार ने बैठक में कहा कि दो पद एक साथ संभालना आसान नहीं हो रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री के साथ जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद, दोनों भूमिका को एक साथ निभाना आसान नहीं था। हालांकि इससे पूर्व भी नीतीश कुमार ने नेताओं और कार्यकर्ताओं के समक्ष आरसीपी सिंह का जिक्र करते हुए कहा था कि मेरे बाद अब वही कामकाज देखेंगे।
आरसीपी सिंह नितीश के बेहद करीबी हैं
नीतीश कुमार का आरसीपी सिंह को बेहद करीबी माना जाता रहा है. बिहार चुनाव के दौरान भी नीतीश कुमार कई विषयों को लेकर इनसे सलाह मशवरा कियाा करते थे। नीतीश कुमार के बाद पार्टी में आरसीपी सिंह को ही सबसे बड़ा दूसरा नेता माना जाता है।
यूपी काडर में आईएएस अफसर रह चुके हैं
यूपी काडर में आरसीपी सिंह आईएएस अफसर के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। नीतीश कुमार सरकार में उन्हें प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया गया था। यूपी सरकार में उन्होंने कई अहम पदों पर भी काम किया है लेकिन बाद में जेडीयू में शामिल हो गए और अब नीतीश कुमार के सबसे खास व्यक्ति माने जाते हैं। 62 वर्षीय आरसीपी सिंह अवधिया कुर्मी जाति से आते हैं, जो नीतीश कुुुमार के जिले नालंदा के ही मुस्तफापुर के रहने वाले हैं।
सबसे ज्यादा भरोसेमंद
सीटों के बंटवारे और प्रत्याशियों के चयन को लेकर बिहार चुनाव के समय सीएम नीतीश कुमार आरसीपी सिंह पर सबसे ज्यादा भरोसा करते थे। वो राज्यसभा के सदस्य पिछले दो बार से हैं। वह 2010 में पहली बार राज्यसभा सदस्य चुने गए थे और फिर 2016 में दोबारा नीतीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा भेजा था।