इस्राइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने रविवार को सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि उसने हिजबुल्ला के बिंट जबील क्षेत्र के कमांडर अहमद जाफर मातुक को एक हवाई हमले मार गिराया। उसके एक दिन बाद उनके उत्तराधिकारी और बिंट जबील क्षेत्र के तोपखाने के प्रमुख को मार गिराया।
इस्राइली हमलों ने ईरान को गंभीर नुकसान पहुंचाया: नेतन्याहू
उधर, इ्स्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइल के हवाई हमलों ने ईरान को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है और और यह कार्रवाई सभी लक्ष्यों को हासिल करने में सफल रही। नेतन्याहू का यह बयान इस महीने की शुरुआत में ईरान की ओर से किए बैलिस्टिक मिसाइल हमलं के जवाब में आईडीएफ के ताजा हमलों को लेकर आया है। इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘डेज ऑफ रेपेंटेंस’ (पश्चताप के दिन) अभियान समाप्त हो गया है। यह अभियान एक अक्तूबर इस्राइल पर हुए बड़े मिसाइल हमलों का प्रतिशोध था। आईडीएफ ने सोशल मीडिया पर भी इस्राइल के इन हमलों की पुष्टि की।
इस्राइल ने ईरान के बैलिस्टिक हमलों का जवाब दिया: आईडीएफ
आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हागारी ने एक वीडियो संदेश में कहा, मैं पुष्टि कर सकता हूं कि हमने इस्राइल के खिलाफ ईरान के हमलों का जवाब दे दिया है। हमने ईरान में सैन्य ठिकानों पर लक्षित और सटीक हमले किए, जिससे इस्राइल के लिए तत्काल खतरों को नाकाम किया गया।
ईरान ने किया ‘सीमित नुकसान’ का दावा
इस बीच, ईरान की सेना ने शनिवार को कहा कि इस्राइल का हमलों ने ईरान के इलाम, खुजस्तान और तेहरान प्रांतों में सैन्य ठिकानों को लक्षित किया, जिससे सीमित नुकसान हुआ। ईरानी सेना के बयान को सरकारी टेलीविजन पर पढ़ा गया, जिसमें नुकसान की कोई तस्वीर नहीं दिखाई गई। ईरानी सेना ने दावा किया कि उसकी वायु रक्षा प्रणालियों ने हमलों के नुकसान को सीमित कर दिया। इस्राइल ने कहा कि उसने मिसाइल निर्माण संयंत्रों और अन्य ठिकानों को निशान बनाया। इस्राइल की जवाबी कार्रवाई की चेतावनी के चलते पश्चिम एशिया में तनवा चरम पर पहुंच गया था, खासकर एक अक्तूबर को ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमलों के बाद।